Saturday, October 5, 2024
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Anubhav Sinha: अनुभव सिन्हा ने बांधे शाहरुख खान की तारीफों के पुल, ‘रा वन’ फिल्म की असफलता पर बोलें निर्देशक

Anubhav Sinha: फिल्म इंडस्ट्री के बेहतरीन निर्माता अनुभव सिन्हा इन दिनों अपनी हालिया रिलीज ड्रामा सीरीज ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ को लेकर सुर्खियों में छाए हैं। इस सीरीज में कई बेहतरीन एक्टर की एक्टिंग का जलवा देखने को मिल रहा हैं।

सीरीज वास्तविक घटनाओं पर आधारित है, जिसमें साल 1999 में काठमांडू-दिल्ली यात्रा के दौरान इंडियन एयरलाइंस की फ़्लाइट आईसी 814 को हाइजैक कर लिया गया था। वहीं हाल ही में अनुभव अपनी फिल्म ‘रा वन’ के बारे में खुलकर बात करते नजर आए।

फिल्म में शाहरुख खान की शानदार एक्टिंग के लोग दीवाने हो गए थे। हालांकि, फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन काफी निराशाजनक रहा था। फिल्म में शाहरुख के साथ करीना कपूर ने भी स्क्रीन स्पेस साझा किया था और फिल्म के गाने आज भी लोगों की जुबां पर चढ़े हुए हैं। अब अनुभव सिन्हा ने बताया है कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर क्यों कमाल नहीं दिखा सकी है।

Anubhav Sinha

इस कारण से बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली थी ‘रा वन’

हाल ही में एक बातचीत के दौरान अनुभव ने बताया कि शाहरुख ने ‘रा वन’ के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, लेकिन शायद वह जिस स्टार को निर्देशित कर रहे थे, उससे बहुत अधिक आकर्षित हो गए थे। मुकेश छाबड़ा के साथ मैशेबल इंडिया पॉडकास्ट के दौरान अनुभव सिन्हा ने कहा कि उन्होंने हाल ही में शाहरुख से मुलाकात की और उनके बीच 2011 में रिलीज हुई इस फिल्म का विषय सामने आया।

अनुभव सिन्हा ने कहा, ‘मैंने उनसे कहा कि मैं आप पर इतना आकर्षित हो गया हूं और एक निर्देशक को अपने अभिनेता पर आकर्षित नहीं होना चाहिए। मैं वाराणसी से हूं। मेरे फिल्मों में आने से पहले ही संजय दत्त एक स्टार थ। ‘दस’ बनाते समय मैं उन्हें ‘संजू’ कहकर बुलाता था, फिर शाहरुख मेरे सामने स्टार बन गए, वह लगभग मेरे ही समय मुंबई आए थे । फिर जब वो स्टार बनने लगे तो मैं भी उनका फैन हो गया।’

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2011 में रिलीज हुई थी फिल्म

निर्देशक ने आगे कहा, ‘जब मैंने उनके साथ काम किया, तब तक वह एक बड़े शाहरुख खान थे और मुझे हमेशा आश्चर्य होता था कि लोगों की उनके जैसे स्टार तक पहुंच कैसे हो सकती है? तब तक मोबाइल फोन आ गए थे और मैंने एक दिन उन्हें मैसेज किया कि मैं एक ऐसी कहानी है, जो केवल उनके साथ ही बनाई जा सकती है।

दस तब रिलीज हुई थी और शायद उन्हें यह पसंद आई होगी।’ जब फिल्म को 2011 की दिवाली में नकारात्मक समीक्षा मिली, तो यह गलत अभियानों का लक्ष्य बन गई। फिल्म निर्माता ने याद करते हुए कहा कि नेगेटिविटी इतनी तेजी से बढ़ने लगी कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कोई भी उनके फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहा था।

‘रा वन’ के बाद लोगों ने मेरे कॉल का जवाब देना बंद कर दिया। सब कुछ खत्म हो गया, जब यह 2011 में रिलीज हुई तो इसने लगभग 150 करोड़ रुपये का कारोबार किया, लेकिन बहुत बुरी हुई थी मेरी, कि मुझे नहीं पता कि फिल्म कैसे बनाई जाती है। मुंबई में कोई भी मेरे कॉल का जवाब नहीं देता था, मेरे पास कोई काम नहीं था। ऐसा पांच-छह साल तक चलता रहा।

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