Anubhav Sinha: फिल्म इंडस्ट्री के बेहतरीन निर्माता अनुभव सिन्हा इन दिनों अपनी हालिया रिलीज ड्रामा सीरीज ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ को लेकर सुर्खियों में छाए हैं। इस सीरीज में कई बेहतरीन एक्टर की एक्टिंग का जलवा देखने को मिल रहा हैं।
सीरीज वास्तविक घटनाओं पर आधारित है, जिसमें साल 1999 में काठमांडू-दिल्ली यात्रा के दौरान इंडियन एयरलाइंस की फ़्लाइट आईसी 814 को हाइजैक कर लिया गया था। वहीं रिलीज के बाद सीरीज विवादों में भी घिरी। हाल ही में एक बातचीत में अनुभव सिन्हा ने अपनी पिछली दो फिल्मों ‘अनेक’ और ‘भीड़’ की असफलता पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने फिल्मों के उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन ना कर पाने के बाद हतोत्साहित महसूस करने के बारे में भी बात की।
‘अनेक’ और ‘भीड़’ को लेकर बोलें अनुभव
बता दें कि हाल ही में एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान अनुभव सिन्हा ने फिल्मों के मन मुताबिक प्रदर्शन ना कर पाने के बाद खुद को हतोत्साहित महसूस करने और इससे बाहर निकलने के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि भले ही इसने शुरू में उनका आत्मविश्वास तोड़ दिया, लेकिन उन्होंने खुद को समझाने का फैसला किया कि ‘यह कोई बड़ी बात नहीं है’। निर्माता ने आगे कहा, ‘यह आपको और फिल्में बनाने से लगभग हतोत्साहित कर देता है। यह आपका दिल तोड़ देता है, यह आपकी रीढ़ तोड़ देता है। आप आत्मविश्वास खो देते हैं।
आप लगभग फिर से फिल्म ना बनाने के लिए प्रोत्साहित हो जाते हैं, लेकिन फिर आप पीछे मुड़कर देखते हैं और कहते हैं, ‘नहीं, यह कोई बड़ी बात नहीं है, यह ठीक है’।’उन्होंने आगे कहा, ‘मेरे पास लगातार तीन हिट फिल्में थीं और फिर मेरी दो फिल्में ऐसी थीं जो नहीं चलीं। वह भी अजीब समय था और मैं कोरोना त्रासदी पर एक डार्क फिल्म (भीड़) बना रहा था और ब्लैक-एंड-व्हाइट में, यह नहीं चली। यह ठीक है।’
ये है ‘अनेक’ और ‘भीड़’ की कहानी
अनुभव ने बातचीत के दौरान यह तर्क देते हुए कहा कि अगर ‘आप 10 फिल्में बनाते हैं और अगर आप पांच फिल्में बनाते हैं जो हिट होती हैं, तो आप ठीक कर रहे हैं।’ अनुभव सिन्हा की फिल्म ‘अनेक’ को कोविड महामारी के बाद मई 2022 में रिलीज किया गया था। फिल्म में आयुष्मान खुराना और एंड्रिया केविचुसा मुख्य भूमिका में थे।
हालांकि, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही। वहीं, दूसरी ओर ‘भीड़’ को साल 2023 में रिलीज किया गया और इसमें राजकुमार राव और भूमि पेडनेकर ने अभिनय किया। इसमें कोविड-19 महामारी के दौरान प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा को दिखाया गया था। बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म भी बुरी तरह पिट गई।