खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया है। तमाम कोशिशों के बाद भी पुलिस उसे पकड़ने में नाकाम साबित होती नजर आ रही है। खबर तो ये भी आ रहा है कि खालिस्तानी समर्थक सरेंडर करने की तैयारी में है। इस बीच अमृतपाल अपनी वीडियो और ऑडियो जारी कर लगातार पुलिस को चुनौती दे रहा है। अमृतपाल ने लगातार दूसरे दिन वीडियो जारी कर साफ शब्दों में कहा है कि वो बागी है, भगोड़ा नहीं। साथ ही उसने ये भी कहा कि वो सरकार से डरता नहीं है, जिसे जो करना है, वो कर लें। अमृतपाल ने कहा कि वो गिरफ्तारी से नहीं डरता और जल्द ही सबके सामने आएगा। उसने कहा कि मैं विदेश भागने वाला नहीं हूं, मैंने अपने केश कत्ल नहीं करवाए।
एक ऑडियो भी आया था सामने
इससे पहले गुरुवार को अमृतपाल का एक ऑडियो भी सामने आया था, जिसमें वे कहता नजर आया कि उसके सरेंडर करने की सभी बातें झूछी हैं। आत्मसमर्पण को लेकर उसने किसी से कोई बात नहीं की और न ही कोई शर्त है। इसके अलावा वो अपने ऑडियो मैसेज में अकाल तख्त से “सरबत खालसा” बुलाने की मांग कर चुका है। उसने कहा था कि मैंने जत्थेदार से सरबत खालसा बुलाने का आग्रह किया। सरबत खालसा बुलाओ और साबित करो कि तुम जत्थेदार हो। सिख अगर हम आज भी राजनीति करने जा रहे हैं, वही काम कर रहे हैं, जो हम पहले करते थे, तो भविष्य में जत्थेदार होने का क्या मतलब है।
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सिखों से एकजुट होने को कहा
वहीं इसके अलावा बुधवार को भी अमृतपाल का एक वीडियो सामने आया था, उसमें उसने भारत और विदेशों में सिख समुदाय के लोगों से अन्याय के खिलाफ लड़ने का आह्वान किया था। अमृतपाल ने कहा था कि देश-विदेश में जो सिख हैं, मेरी उनसे अपील करता हैं कि बैशाखी पर जो सरबत खालसा का कार्यक्रम होना है, उसमें हिस्सा लें। लंबे समय से हमारी कौम छोटे-छोटे मसलों पर मोर्चे खोलने में उलझी हुई है। अगर हमें पंजाब के मसलों को हल कराना है तो एकसाथ आना होगा।
348 लोगों को छोड़ा गया
वहीं दूसरी तरफ पंजाब की भगवंत मान सरकार ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंध समिति (SGPC) के 24 घंटे के अल्टीमेटम पर भी जवाब दिया है। दरअसल, SGPC और अकाल तख्त साहिब के प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह और हरजिंदर सिंह धामी ने राज्य और केंद्र सरकार को अमृतपाल सिंह के समर्थकों को छोड़ने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। इस पर मान सरकार की ओर से बताया गया कि हिरासत में लिए गए 360 लोगों में से 348 को रिहा कर दिया गया।
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