राजधानी दिल्ली में हुए एमसीडी चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर सवाल खड़े होने लगे है और सवाल खड़े होने लाजमी भी है। एमसीडी चुनाव में दिल्ली कांग्रेस महज 9 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई है। इतना ही नहीं कांग्रेस के दो पार्षदों ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। इतना सब होने के बाद अब कांग्रेस पार्टी के ही कुछ नेता अप्रत्यक्ष रूप से दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी के इस्तीफे की मांग ही करने लगे हैं।
नाम न बताने के शर्त पर दिल्ली कांग्रेस के ही एक नेता ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी को अब इस्तीफा दे देेना चाहिए क्योकि अब बहुत हो चुका। कांग्रेस के नेता ने कहा कि अनिल चौधरी के स्थान पर अब प्रदेश कांग्रेस की कमान अब किसी और को देना ही पार्टी के लिए दिल्ली में अच्छा होगा क्योकि कांग्रेस का प्रदर्शन इस ओर इशारा कर रहा है। बता दे कि अनिल चौधरी के इस्तीफे की मांग जोर पकड़ने लगी है।
अनिल चौधरी के इस्तीफे की मांग हुई तेज
अब बात अगर अनिल चौधरी के इस्तीफे की करें तो उन्हें अब दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए क्योकि उनके नेतृत्व में दिल्ली कांग्रेस की हालत क्या है ये बताने की जरूरत नहीं। जिस प्रकार से दिल्ली कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव और हाल ही में हुए दिल्ली नगर निगम चुनाव में प्रदर्शन किया है उसने उनके इस्तीफे की मांग को तेज कर दिया है। कांग्रेस पार्टी के ही कई नेता कांग्रेस अध्यक्ष पद से उनके इस्तीफे की मांग दबे स्वर में कर रहें है।
सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल हो रहे अनिल चौधरी
ये तो रही नेतागण की बात लेकिन सोशल मीडिया पर भी अनिल चौधरी के इस्तीफे की मांग काफी जोरों – शोंरो से चल रही है। कांग्रेस के समर्थक और अन्य लोग अनिल चौधरी के इस्तीफे की मांग कर रहे है और कह रहें है कि लगातार हार पर हार की जिम्मेदारी का जिम्मा लेते हुए अनिल चौधरी को अब इस्तीफा दे देनी चाहिए। सोशल मीडिया पर अनिल चौधरी को लेकर किए जा रहे पोस्ट में लोग अनिल चौधरी के नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल खड़े कर रहें है। इन दिनों अनिल चौधरी नगर निगम चुनाव में कांग्रेस को मिली हार को लेकर काफी ज्यादा ट्रोल हो रहे हैं।
अपनी ही पार्टी के नेता अनिल चौधरी के खिलाफ
वैसे तो मतदान वाले दिन से ही दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा छाए हुए थे… वजह थी मतदाता लिस्ट से उनके नाम का गायब होना। ऐसे में लोगों से “भ्रष्टाचार मुक्त, नशा मुक्त, प्रदूषण मुक्त, कूड़ा मुक्त, कर्ज मुक्त, लेंटर माफिया मुक्त निगम बनाने के लिए वोट देने की अपील करने वाले अनिल चौधरी दिल्ली को चमकाने की बात कहते हुए अपनी पार्टी के नाम पर ही कालख पोतने में लगे हुए। सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी की हार के बाद अनिल चौधरी ने अभी तक इस्तीफा देना मुनासिब नहीं समझा है। कांग्रेस पार्टी के कई नेता उनके खिलाफ हो चुके हैं।
आप ने साधा निशाना
आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने अनिल चौधरी पर तंज कसते हुए एक ट्वीट करते हुए लिखा था कि ‘जो अपना वोट तक नहीं डाल पाये, वो भी ज्ञानी बनने की कोशिश में लगे हैं।’ बता दें कि दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी का नाम वोटर लिस्ट में नहीं था, इसलिए वो अपना वोट नहीं डाल सके थे।
सभी पदाधिकारियों से इस्तीफे की मांग
कांग्रेस की करारी हार के बाद लोगों की पसंद ना पसंद तो दिख ही गई है, लेकिन दूसरी तरफ खुद कांग्रेस पार्टी के ही कई नेताओं का गुस्सा अनिल चौधरी के इस्तीफे की मांग कर रहा है। बीजेपी और आम आदमी पार्टी के नेताओं का तो यह भी कहना है कि आखिर वह इस्तीफा ना देकर क्या साबित करना चाहते है? क्या वह कुछ और विचार बना रहे हैं, या फिर कुछ बड़ा करने की सौच रहे हैं। वजह चाहे जो भी हो चंद लोगों को छोड़ ज्यादातर ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया है। बीजेपी पार्टी के कई कार्यकर्ता का कहना है जिस अध्यक्ष को अपने वोट का होश न हो, वो दिल्ली के वोटर, जनता और अपनी पार्टी क्या संभालेगा। राजनीति के गलिायारों में ये कहा जा रहा है कि नगर निगम चुनाव में दिल्ली कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सहित सभी पदाधिकारियों को नैतिकता के आधार पर हार के बाद ही अपना इस्तीफा सौंप देना चाहिए था।