‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के मामले से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, रविवार रात को अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर ने पंजाब पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। एसएसपी जालंधर ग्रामीण स्वर्णदीप सिंह ने इनके आत्मसमर्पण की पुष्टि की है। आपको बता दें कि शनिवार रात को गाड़ी में अमृतपाल सिंह के साथ उसका चाचा भी मौजूद था। पुलिस के नाके पर अमृतपाल के साथ उसका चाचा और ड्राइवर व एक अन्य व्यक्ति भागने में सफल हो गए थे।
अमृतपाल सिंह की तलाश के लिए छापेमारी अभी जारी है। पंजाब पुलिस के द्वारा अमृतपाल को भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। इसके अलावा रविवार को उसके खिलाफ तीन और FIR दर्ज हो गई। आपको बता दें कि जालंधर में अमृतपाल सिंह की गाड़ी से अवैध हथियार भी मिले थे।
अब तक 112 समर्थक दबोचे गए
इसके अलावा रविवार को पुलिस ने अमृतपाल सिंह के 34 और साथियों को पकड़ा। इसके साथ ही अब तक उसके 112 समर्थकों पर पुलिस का शिकंजा कस चुका है। बताया जा रहा है कि कई नजरबंद भी किए गए हैं।
इस बीच पूरे प्रकरण को लेकर पंजाब अलर्ट पर है। पूरे पंजाब में मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं को स्थगित किया हुआ है। सोमवार 12 बजे तक पंजाब में मोबाइल औऔर इंटरनेट सेवाएं बंद है। इसके साथ ही कई जिलों में धारा 144 भी लागू की गई है।
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वहीं इस बीच अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह द्वारा ये आरोप लगाया गया है कि पुलिस ने उसके बेटे को हिरासत में ले लिया है और साथ ही उसकी जान को भी खतरा है।
आपको बता दें कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ ये कार्रवाई मुख्य रूप से अजनाला कांड को लेकर की जा रही है। दरअसल, कुछ दिनों पहले अपने एक साथी को छुड़ाने के लिए अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों ने अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इसके बाद से ही वो लगातार सुर्खियों में बना हुआ था। इस बीच अमृतपाल सिंह के विवादित बयान भी चर्चाओं में थे। वे खालिस्तान का पक्ष लेते हुए गृह मंत्री अमित शाह को धमकी तक दे चुका था।