Jammu Kashmir Vidhansabha Election: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) का संकल्प पत्र जारी किया और इस दौरान उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस पर निशाना साधा। शाह ने कहा कि NC का अनुच्छेद 370 को पुनः लागू करने का एजेंडा कांग्रेस के मौन समर्थन से चलता है, लेकिन धारा 370 अब इतिहास बन चुकी है और इसे कभी वापस नहीं आने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 ने कश्मीर के युवाओं को विकास की ओर बढ़ने से रोका और उन्हें आतंकवाद की ओर धकेला। उनका मानना है कि जम्मू-कश्मीर के विकास और प्रगति के लिए आतंकवाद और अलगाववाद का सफाया जरूरी है, ताकि इस क्षेत्र को देश के सबसे अग्रणी राज्यों में शामिल किया जा सके।
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जानें भाजपा का संकल्प पत्र क्या क्या वादे किए
BJP ने जम्मू-कश्मीर के लिए अपने संकल्प पत्र में कई वादे किए, जिनका लक्ष्य राज्य में विकास, महिलाओं, युवाओं और किसानों के कल्याण पर केंद्रित है। पार्टी के संकल्प पत्र की मुख्य बातें निम्नलिखित हैं:
आतंकवाद और अलगाववाद का सफाया: बीजेपी ने यह वादा किया है कि जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद और अलगाववाद से मुक्त करके विकास और प्रगति में सबसे आगे लाया जाएगा।
मां सम्मान योजना: हर घर की सबसे वरिष्ठ महिला को सालाना ₹18,000 प्रदान किए जाएंगे।
महिलाओं को सशक्तिकरण: महिला स्वयं सहायता समूहों के बैंक ऋण पर ब्याज में सहायता दी जाएगी। इसके अलावा उज्ज्वला योजना के तहत लाभार्थियों को हर साल 2 मुफ्त एलपीजी सिलेंडर दिए जाएंगे।
रोजगार के अवसर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोजगार योजना (PPNDRY) के तहत 5 लाख रोजगार सृजित करने का वादा किया गया है।
शिक्षा संबंधी सहायता: कॉलेज विद्यार्थियों को प्रगति शिक्षा योजना के तहत यातायात भत्ता (₹3,000 सालाना) दिया जाएगा, और UPSC व JKPSC परीक्षाओं के लिए 2 सालों के लिए ₹10,000 की कोचिंग फीस दी जाएगी। साथ ही, उच्चतर कक्षाओं में पढ़ने वाले छात्रों को टैबलेट और लैपटॉप प्रदान किए जाएंगे।
औद्योगिक विकास: जम्मू-कश्मीर में नए उद्योग लगाए जाएंगे और मौजूदा MSMEs की समस्याओं के समाधान के लिए नई नीतियाँ बनाई जाएंगी। छोटे व्यापारियों और दुकानदारों के लिए पट्टा विलेखों के नियमितीकरण की प्रक्रिया को भी सरल किया जाएगा।
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भूमिहीनों को जमीन: भूमिहीन लोगों को अटल आवास योजना के तहत 5 मरला जमीन मुफ्त में आवंटित की जाएगी।
मुफ्त बिजली: प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत ₹10,000 की सब्सिडी पर सोलर उपकरणों की स्थापना करके मुफ्त बिजली प्रदान की जाएगी।
पेंशन में वृद्धि: वृद्धावस्था, विधवा और विकलांगता पेंशन को तीन गुना बढ़ाकर ₹3,000 किया जाएगा।
स्वास्थ्य सेवाएं: आयुष्मान भारत सेहत योजना के तहत ₹5 लाख के कवरेज के अलावा ₹2 लाख अतिरिक्त प्रदान किए जाएंगे। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 1,000 नई सीटें जोड़ी जाएंगी।
कृषि के लिए समर्थन: किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत अतिरिक्त ₹4,000 प्रदान किए जाएंगे। कृषि उपकरणों और सिंचाई के लिए बिजली की दरों को 50% तक कम किया जाएगा।
आरक्षण और कर्मचारियों की नीति: अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए सरकारी सेवाओं में पदोन्नति में आरक्षण सुनिश्चित किया जाएगा, और कर्मचारियों के लिए स्थानांतरण नीति बनाई जाएगी।
जम्मू-कश्मीर का भारत के लिए महत्व
अमित शाह ने अपने भाषण में यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर का भारत के साथ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध है। उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी और प्रेमनाथ डोगरा जैसे नेताओं का उल्लेख किया, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर को भारत के साथ जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने यह दोहराया कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा।
कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना
शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि NC का घोषणापत्र अनुच्छेद 370 को बहाल करने की बात करता है, लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस इस पर मौन साधे हुए हैं। उन्होंने राहुल गांधी से स्पष्टता की मांग की कि क्या कांग्रेस NC के इस एजेंडे का समर्थन करती है या नहीं।
अमित शाह ने अपने भाषण और संकल्प पत्र के माध्यम से जम्मू-कश्मीर में विकास और शांति का नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। आतंकवाद और अलगाववाद को समाप्त करने, महिलाओं, किसानों और युवाओं के कल्याण के लिए किए गए वादों के साथ, बीजेपी ने क्षेत्र के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही है।