Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों को हुए आतंकी हमले की देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कड़ी निंदा की जा रही है। सेना की वर्दी में आए आतंकियों ने पर्यटकों के समूह पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। इस हमले में दो विदेशी पर्यटकों सहित 28 लोगों की मौत हो गई है। इस हमले के बाद देशभर में लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। घाटी में कई जगहों पर लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे है और सख्त कार्रवाई की मांगी की जा रही है। इसी बीच खबर आ रही है कि पहलगाम हमले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है।
अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा की भी मांग
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही पर्यटकों में डर का माहौल है. यही कारण है कि अब पर्यटक कश्मीर छोड़कर अपने-अपने घरों की तरफ वापसी कर रहे हैं, जिससे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट तक पर्यटकों की भारी भाड़ देखने को मिल रही है. टूरिस्टों पर हुए इस हमले के बाद जनहित याचिका में अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाने के निर्देश जारी करने की मांग की गई है. इस याचिका में बताया गया कि ऐसे ही पहाड़ों के बीच अमरनाथ यात्रा होती है. पहलगाम से अमरनाथ की दूरी महज 32 किलोमीटर है. 3 जुलाई को अमरनाथ यात्रा शुरू हो जाएगी.जहां हजारों यात्री जाते हैं. इस हमले के बाद अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की जाए।
आतंकियों ने नाम पूछ-पूछकर गोली मारी
पहलगाम आतंकी हमले में मरने वाले लोगों में यूपी, महाराष्ट्र, बंगाल, कर्नाटक, बिहार, मध्य प्रदेश, हरियाणा के लोग शामिल हैं। आतंकियों ने इस हमले में केवल उन लोगों को टारगेट किया जो अपने परिवार के साथ घूमने गए थे यहां तक कि आतंकियों ने लोगों के नाम पूछ-पूछकर गोली मारी।
कौन है पहलगाम हमले का मास्टरमइंड?
रिपोर्ट्स की मानें तो पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का द रेजिस्टेंस फ्रंट है. लश्कर का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद इस हमले का मास्टरमाइंड है. उसे सैफुल्लाह कसूरी के नाम से भी जाना जाता है. बता दे कि पहलगाम में 26 लोगों की मौत हुई है, इसमें एक भारतीय नौसेना का अधिकारी भी शामिल है।
5 अगस्त के बाद सबसे बड़ा हमला
पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले को जम्मू कश्मीर में 5 अगस्त 2019 को धारा 370 निष्प्रभावी किए जाने, जम्मू कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश में बांटने के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है. इससे पहले लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एक फिदायीन हमले में सेना के 40 के करीब जवानों को आतंकियों ने पुलवामा में अपना निशाना बनाया था. इसके बाद भारत की सेना ने पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक कर बदला लिया था. इस दफा भारत सरकार किस तरह की कार्रवाई करती है, लोगों की नजरें हैं.