पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज है। बीते कुछ दिनों से ही ये खबरें लगातार जोर पकड़ रही हैं कि NCP नेता अजित पवार बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। हालांकि अब इन अटकलों पर विराम लगता नजर आ रहा है। NCP में फूट की खबरों के बीच अजित पवार ने अपना मत साफ कर दिया है।
अटकलों पर लगाया विराम
दरअसल, अजित पवार मंगलवार शाम को NCP प्रमुख शरद पवार और उनकी बेटी सांसद सुप्रिया सुले के साथ मुंबई में एनसीपी की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि जिंदा रहते वो NCP में ही रहेंगे। अजीत पवार ने कहा कि मुझसे विधायक मिलने आए थे, ये रूटीन काम के लिए आए थे। इसका अलग मतलब न निकाला जाएं। मैं पार्टी और शरद पवार के प्रति बहुत वफादार हूं और जो वे कहेंगे वही करूंगा।
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इसी कार्यक्रम के दौरान शरद पवार माफिया अतीक और अशरफ की हत्या को लेकर उत्तर प्रदेश की सरकार पर जमकर बरसते हुए नजर आए। पवार ने कहा कि देश संविधान से चलता है। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि अगर सत्ताधारी ताकतें संविधान और कानून की अनदेखी कर कदम उठाने की आदत डाल लेंगी तो हम गलत रास्ते पर चले जाएंगे। अगर कानून और संविधान को भूलकर कानून को हाथ में लेकर कदम उठाने की बात कही जाती है और ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की जाती है तो यह देश के लिए ठीक नहीं है।
क्यों तूल पकड़ रही थी बगावत की खबरें?
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से ये खबरें लगातार तूल पकड़ रही थीं कि NCP नेता अजित पवार 30 से अधिक विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल होने काम मन बना रहे हैं। दरअसल, कुछ दिनों पूर्व अजित पवार पीएम मोदी के करिश्मे की तारीफ करते नजर आए थे। इसके साथ ही उन्होंने EVM पर भी भरोसा जताया था। वहीं इस दौरान महाराष्ट्र सरकार में मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने एनसीपी को एनडीए में आने का न्योता दे दिया था। इसके बाद से ही अटकलें तेज हो गई। केवल यही नहीं खबरें तो ये तक सामने आई थीं कि अजित पवार ने एनसीपी विधायकों की बैठक बुलाई थी। वे NCP सुप्रीमो शरद पवार और सांसद सुप्रिया सुले की पुणे की रैली में भी शामिल नहीं हुए थे। इन सब घटनाक्रम ने अजित पवार के बीजेपी के साथ जाने की अटकलों को हवा दी।
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