IND vs AUS: गुरुवार (9 मार्च) से शुरू हुई भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट मैच में कुछ अलग दिखा। इससे पहले तीनों टेस्ट मैच क्रमशः नागपुर, दिल्ली और इंदौर में खेला गया। तीनों जगह एक बात समान थी कि वहां कि पिच में गेंदबाजों को काफी मदद थी। बॉल तेजी से घूम रही थी जिसके कारण पिच की जमकर आलोचना हुई। अहमदाबाद में बात अलग है। यहां गेंदबाजों को मदद नहीं है। बल्लेबाजों ने आज स्पिनर और फ़ास्ट बॉलर दोनों की जमकर कुटाई की है लेकिन अहमदाबाद भी इससे बच नहीं पाया। पिच को लेकर यहां भी आलोचनाओं का दौर जारी है। मैच के पहले दिन ही पिच की आलोचना भारत और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ियों ने की।
मार्क वॉ को इस बात की है हैरानी
दरअसल, मैच से पूर्व दो पिचें तैयार की गई थीं। मैच के एक दिन पहले तक यह तय नहीं था कि किस पिच पर मुकाबला खेला जाएगा। यह फैसला बहुत देर से लिया गया। इस पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर मार्क वॉ भड़क गए। उन्होंने कहा, ”यह ठीक नहीं है। मैं इस बात को लेकर हैरान हूं कि किसी को कैसे पता नहीं होगा कि मुकाबला किस पिच पर होने वाला है।”
मार्क वॉ ने अपने देश का उदाहरण भी दिया। इसका हवाला देते हुए कहा, ”ऑस्ट्रेलिया में तो ऐसा नहीं होता है। वहां ग्राउंड्समैन और क्यूरेटर्स को महीनों पहले से पता होता है कि मैच किस पिच पर होगा। इससे कैमरा, साइटस्क्रीन और दर्शकों के लिए अच्छी तैयारी की जाती है। भारत में कुछ अलग ही हो रहा है।”
70 और 80 के दशक जैसी पिच
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर भीअहमदाबाद में पिच से प्रभावित नहीं थे। उन्होंने इसकी तुलना 70 और 80 के दशक से की है। कमेंट्री के दौरान मांजरेकर ने कहा कि पिच बहुत ज्यादा ही बल्लेबाजी के अनुकूल थी। अहमदाबाद जैसी पिच घरेलू सीरीज में दुर्लभ थी, लेकिन यह भी सच है कि भारतीय गेंदबाजों ने अधिक विकेट लेने वाली गेंदें नहीं फेंकी।
मैच की बात करें भारत के लिए यह मुकाबला बेहद अहम है। टीम इंडिया इस मैच को जीतकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश करना चाहेगी, वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम सीरीज को 2-2 से बराबर करना चाहेगी। फिलहाल चार टेस्ट मैचों में भारतीय टीम 2-1 से आगे है। खबर लिखे जानें तक ऑस्ट्रेलिया ने अपने 9 विकेट खोकर 480 रन बना लिए हैं।