सालों तक लोगों के अंदर अपना खौफ पैदा करने वाले माफिया बदर्स अतीक अहमद और अशरफ अहमद का आखिरकार खात्मा हो गया। उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही अतीक अहमद का कुनबा योगी आदित्यनाथ के निशाने पर आ गया था। यूपी STF ने पहले उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी और अतीक के बेटे असद अहमद को एनकाउंटर में मार गिराया। फिर इसके बाद तीन बदमाशों ने अतीक अहमद और अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी।
अतीक से जुड़े 800 नंबर हुए बंद
गौर करने वाली बात ये है कि जब से योगी सरकार सत्ता में आई है, तब से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने इरादे साफ कर रखे हैं। वो खुले तौर पर माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का वादा करते हैं और वादे के मुताबिक ही काम करते भी नजर आते हैं। अतीक कुनबे का जो अंजाम हो रहा है, उसे देखकर प्रदेश के गुंडों, बदमाशों में किस कदर खौफ बढ़ रहा है। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि अतीक-अशरफ की हत्या के बाद 800 मोबाइल नंबर अचानक बंद हो गए। आपको बता दें कि यह 800 मोबाइल नंबर अतीक अहमद से जुड़े हुए लोगों के बताए जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें: दास्तान ए शाइस्ता परवीन : पुलिसवाले की बेटी कैसे बनी माफिया अतीक अहमद की पत्नी, जानिए पूरी कहानी
रखी जा रही थी इन नंबर पर नजर
दावा किया जा रहा है यूपी STF ने इन नंबरों को सर्वि लांस पर रखा था। 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या के बाद इन नंबरों पर नजर रखी जा रही थी। इनके कॉल डिटेल पर निगरानी की जा रही थी, लेकिन अतीक-अशरफ की हत्या के बाद ये 800 नंबर अचानक ही बंद हो गए।
अब इसको लेकर कई सवाल उठ रहे हैं कि अचानक ऐसा क्या हुआ जो ये नंबर बंद हो गए? क्या इन लोगों का अतीक गैंग से मोह भंग हो गया है? या फिर पुलिस की कार्रवाई और पूछताछ के डर से ऐसा किया गया? इन सवालों के जवाब जानने के लिए यूपी STF ने नंबरों के बंद होने की जांच शुरू कर दी है। उन सभी नंबरों की कॉल डीटेल भी निकाली जा रही है।
यह भी पढ़ें: Atique Ahmed Exposed : अतीक-अशरफ के गुर्गों ने किया था मदरसे की दो नाबालिग छात्राओं का गैंगरेप, अब तक नहीं मिली सजा