महाराष्ट्र की सियासी हलचल एक बार फिर तेज होती नजर आ रही हैं। पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र के सियासी समीकरण बदले बदले दिख रहे हैं। दरअसल, महाविकास अघाड़ी गठबंधन में उद्धव की शिवसेना और कांग्रेस की साथी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी NCP के तेवर बदलते दिख रहे हैं। एक ओर NCP प्रमुख शरद पवार कभी पीएम मोदी की डिग्री तो कभी अडानी मामले पर JPC मांग को लेकर विपक्ष के मुद्दे को खारिज कर रहे हैं। दूसरी तरफ पवार के भतीजे और अजीत पवार पीएम मोदी के करिश्ते की तारीफ कर रहे हैं।
BJP का बड़ा ऑफर
इन सबके बीच BJP ने NCP को एक बड़ा ऑफर दे दिया है। BJP नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा है कि अगर NCP राष्ट्रवाद के साथ आना चाहते हैं, तो किसी को क्या समस्या है?
वहीं इससे पहले अजीत पवार ने बीते दिन ही सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। वैसे तो कहा ये गया कि बैठक किसानों के मुद्दे को लेकर चर्चा करने के लिए की गई थी, लेकिन महाराष्ट्र में कुछ दिनों से जो घटनाक्रम हो रहे है उसकी वजह से इसके सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। इसके बाद से चर्चाओं का बाजार गर्म है कि क्या NCP, बीजेपी के साथ गठबंधन की तैयारी में हैं? या फिर अजित पवार ही बीजेपी में जाने की प्लानिंग कर रहे हैं।
राउत का बयान
अजित पवार के इन कदमों ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना को बैचेन कर दिया है। उद्धव की शिवसेना के नेता संजय राउत ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। राउत ने कहा है कि अजित पवार राकांपा के वरिष्ठ नेता हैं। मुझे नहीं लगता कि वे ऐसा कुछ करेंगे और भाजपा चले जाएंगे। अजित पवार का राजनीतिक भविष्य राकांपा के साथ ही बेहतर है। इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है। वे उनके साथ नहीं शामिल होंगे और भाजपा के गुलाम नहीं बनेंगे। हमें उन पर पूरा भरोसा है।
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