लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। राजनीतिक पार्टियों ने अब जनसभाओं का दौर भी एक तरह से शुरू कर ही दिया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पिछले 20 दिनों के अंदर अब दूसरी बार बिहार दौरे पर जाने वाले हैं। बिहार के पूर्णिया में विशाल जनसभा को संबोधित करने के बाद अब अमित शाह सारण आएंगे। 11 अक्टूबर को अमित शाह सारण आएंगे और यहां जेपी जयंती समारोह में शिरकत करेंगे। यहां एक बड़ी जनसभा को संबोधित करने की उनकी योजना है। इस जनसभी की जिम्मेदारी बिहार भाजपा नेताओं को दी गई है। इस जनसभा को लेकर कहा जा रहा है कि इस जनसभा में पूर्णिया से भी अधिक लोग आ सकते है। मिली जानकारी के मुताबिक अमित शाह पहले पटना आएंगे और फिर यहां से सारण के सिताब दियारा पहुंचेंगे। वे यहां जेपी जयंती समारोह में शामिल होंगे। इसके बाद अमित शाह छपरा, सीवान और गोपालगंज के किसानों को संबोधित करेंगे। जेपी जयंती के दिन होने वाली इस जनसभा में राज्यभर से भाजपा समर्थकों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।
शाह के दौरे को लेकर सियासत तेज
इसी बीच अमित शाह का फिर एक बार बिहार दौरा और जेपी जयंती समारोह पर सियासत भी तेज होती नजर आ रही है। केंद्रीय गृहमंत्री के बिहार दौर को लेकर भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड ( जदयू) आमने सामने आ गई है। ललन सिंह ने कहा कि सिताब दियारा गांव की भौगोलिक स्थिती कुछ ऐसी है कि इसका कुछ हिस्सा उत्तर पदेश में पड़ता है। उन्होंने कहा कि गृहमंक्षी को ये भी देखना चाहिए की उत्तर प्रदेश की सरकार ने वहां क्या काम किया है और नीतीश कुमार की सरकार ने वहां क्या काम किया है। वहीं ये सवाल पूछ जाने पर की क्या जदयू को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौर से परेशानी है वाले सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि किसी को रोका नहीं गया है। लेकिन उन्हें हमारी सरकार द्वारा सिताब दियारा में किए गए कार्यो को जरूर देखना चाहिए। वहीं भाजपा ने जदयू पर इसको लेकर निशाना साधा है।
बीजेपी ने साधा जदयू पर निशाना
बीजेपी ने कहा कि आखिर जदयू को अमित शाह के बिहार दौरे से क्या दिक्कत है। क्या अमित शाह को बिहार आने के लिए जदूय का पासपोर्ट और वीजा चाहिए ? बीजेपी ने कहा कि जेपी के गांव सिताब दियारा में भारत सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में आयोजन किया जा रहा है और शाह उसी के मद्देनजर सारण आ रहें हैं।