Adipurush Box Office Collection: बॉलीवुड इंडस्ट्री की जानी मानी एक्ट्रेस कृति सेनन इन दिनों अपनी हालिया रिलीज फिल्म ‘आदिपुरूष’ को लेकर सुर्खियों में छाई हुई हैं। इस फिल्म में कृति के साथ सुपरस्टार प्रभास स्क्रीन शेयर करते नजर आ रहे हैं। इस फिल्म में कृति जहां माता सीता के किरदार में है वहीं प्रभास प्रभु श्री राम का रोल निभाने दिखाई दिए। फिल्म अपनी रिलीज के बाद से ही विवादों में घिरी हुई है‘ आदिपुरुष’ के वीएफएक्स से लेकर डायलॉग पर भी काफी विवाद हो रहा है साथ ही और फिल्म को फैंस की तरफ से मिले जुले रिएक्शन मिल रहे हैं। इन सबके बीच फिल्म ने ओपनिंग वीकेंड पर शानदार कमाई की है। चलिए जानते हैं ‘आदिपुरुष’ ने अपनी रिलीज के छठे दिन कितने करोड़ का कारोबार किया है।
‘आदिपुरुष’ ने अपनी रिलीज के छठे दिन किया इतने करोड़ का कारोबार
ओम राउत के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘आदिपुरुष’ ने अपनी रिलीज के ओपनिंग डे कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये थे। हालांकि धमाकेदार आगाज के बाद ‘आदिपुरुष’ के कलेक्शन में गिरावट आनी शुरू हो गई। दरअसल फिल्म से जुड़े विवाद ने इसकी कमाई को चौपट कर दिया। रविवार को 69.1 करोड़ की शानदार बिजनेस करने वाली ‘आदिपुरुष’ ने सोमवार को महज 16 करोड़ की कमाई की थी। वहीं मंगलवार को फिल्म का कारोबार और घट गया और इसने बॉक्स ऑफिस पर 10.70 करोड़ रुपये कमाए। अब फिल्म के बुधवार यानी रिलीज के 6ठे दिन की कमाई के शुरुआती आंकड़े भी आ गए हैं जो बेहद झटका देने वाले हैं। वहीं एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ‘आदिपुरुष’ बुधवार यानी अपनी रिलीज के छठे दिन बॉक्स ऑफिस पर महज 7.50 करोड़ ही जुटा पाई। यानी बुधवार को एक बार फिर ‘आदिपुरुष’ की कमाई में भारी गिरावट आई है। हालांकि फिल्म ने 250 करोड़ की कलेक्शन का आंकड़ा पार कर लिया है और इसी के साथ इसकी कुल कमाई अब 255.30 करोड़ रुपये हो गई है।
फिल्म को लेकर मेकर्स ने उठाया बड़ा कदम
आपको बता दें कि 600 करोड़ के बजट में बनी फिल्म आदिपुरुष ने अपनी गिरती कमाई से मेकर्स के होश उड़ा दिये हैं। ऐसे में मेकर्स ने अब एक पैंतरा अपनाते हुए इसके 3डी टिकट्स की कीमत अगले दो दिन के लिए कम कर दी है। टी-सीरीज ने एक पोस्ट के जरिए शेयर किया है कि 22 जून और 23 जून को ‘आदिपुरुष’ की 3D की टिकट्स सिर्फ 150 रुपए में मिलेंगी। इतना ही नहीं मेकर्स ने फिल्म के कई विवादित डायलॉग भी बदल दिए हैं। अब देखने वाली बात होगी कि फिल्म मेकर्स की ये पैंतरेबाजी ‘आदिपुरुष’ के संकट पर भारी पड़ती है या नहीं।