कोरोना महामारी के बाद वाहनों की बिक्री काफी कम देखी गई। यही कारण है कि वाहन कंपनियां अपने गाड़ियों पर तरह-तरह के ऑफर्स भी दे रहीं हैं। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने भी लोगों को उलझन ने डाल दिया है। अब लोगों के मन में कार को लेकर कई सवाल खड़े हो रहें है। लोगों के ये सवाल हैं कि कौन सा वेरिएंट ठीक रहेगा ?
आमतौर पर ये माना जाता है कि डीजल इंजन कारों में पेट्रोल इंजन कारों की तुलना में ज्यादा माइलेज मिलता है। वहीं यह भी सुनते हैं कि पेट्रोल कार ज्यादा पावर देती है। इस समस्या को सुलझाने के लिए बता दें कि पेट्रोल इंजन की कार हो या डीजल दोनों के कुछ फायदे हैं तो कुछ नुकसान। यहां जानें काम की जरूरी बात।
लाइफ साइकल में अंतर
इसका कोई सीधा जवाब नहीं है। पेट्रोल और डीजल दोनों वाहनों के लिए अगल लाइफ साइकल निर्धारित है। दिल्ली-एनसीआर में जहां पेट्रोल कारों को 15 साल तक इस्तेमाल किए जाने की अनुमति है वहीं डीजल कारों के लिए केवल 10 साल का ही परमिट है।
हमें अन्य कारणों को ध्यान में रखना होगा जिसमें कीमत, परफार्मेंस, माइलेज आदि शामिल हैं। जब पेट्रोल बनाम डीजल कारों की बात आती है तो इसके लिए कुछ अन्य पैरामीटर को देखने की जरूरत पड़ती है।
कीमत में ज्यादा अंतर
दोनों कारों की कीमत में भी एक बड़ा अंतर देखने को मिलता है। डीजल गाड़ियां पेट्रोल गाड़ियों की तुलना में करीब 1 लाख रूपये महंगी होती हैं। जबकि पेट्रोल कारें कुछ किफायती होती हैं। पेट्रोल वेरिएंट और डीजल वेरिएंट की कीमतों में हमेशा से फर्क देखने को मिला है।
परफार्मेंस
जब पेट्रोल और डीजल गाड़ी की परफॉर्मेंस की बात आती है तो पेट्रोल संस्करण डीजल की तुलना में अधिक पॉवर जेनरेट करता है। जबकि डीजल गाड़ी पेट्रोल गाड़ी के मुकाबले अधिक माइलेज देती है। डीजल कार हाई गियर में ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करती है।
यदि आपको कम दूरी या शहर में चलाने के लिए एक गाड़ी चाहिए तो पेट्रोल बढ़िया विकल्प है जबकि लंबी दूरी की यात्रा के लिए डीजल गाड़ियां बेहतर होती हैं।
पेट्रोल कार का एक्सिलेटर सिस्टम डीजल की तुलना में फास्ट काम करता है। वहीं डीजल मॉडल अधिक टॉर्क जेनरेट करने के लिए जाना जाता है जिससे इसे पेट्रोल मॉडल की तुलना में अधिक पॉवर मिलती है।
मेंटेनेंस कॉस्ट
पेट्रोल कार का रखरखाव का खर्च कम होता है लेकिन डीजल का मेंटेनेस कोस्ट थोड़ा ज्यादा होता है। सर्विस और मेंटेनेंस के रूप में इसमें 1000 से 2000 रुपये अधिक खर्च करने पड़ते हैं।