Skanda Sashti Vrat 2022 : स्कन्द षष्ठी व्रत के दिन शिव जी के पुत्र कार्तिकेय जी की उपासना की जाती है। कार्तिकेय जी को स्कंद नाम से भी जाना जाता है। इसलिए इसे स्कंद षष्ठी का पर्व भी कहा जाता हैं। स्कन्द षष्ठी को चंपा षष्ठी और गुहा षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दू मान्यता के अनुसार, आज के दिन कार्तिकेय जी ने तारकासुर का वध किया था। आज यानी 29 नवंबर के दिन स्कन्द षष्ठी का व्रत रखा जाएगा। आज के दिन चंपा के फूलों से कार्तिकेय जी की पूजा का विशेष विधान है।
व्रत का शुभ मुहूर्त
स्कन्द षष्ठी व्रत में रवि योग का शुभ मुहूर्त आज सूर्य उदय से 08 .27 बजे तक हैं। इसके अलावा राहु काल का शुभ मुहूर्त दिन में 02.57 से 04.17 बजे तक का हैं। स्कन्द षष्ठी के दिन व्रत रखने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही सच्चे दिल से भगवान की उपासना करने से और व्रत रखने से मोक्ष की भी प्राप्ति होती हैं।
व्रत के दिन इन बातों का रखें ख्याल
– व्रत के दौरान नहीं करें तिल का सेवन
– आज रात बिस्तर की जगह जमीन पर सोएं
– भगवान कार्तिकेय की विशेष पूजा करें
आज के दिन मनोकामना पूर्ति के लिए, भोजपत्र पर पीले चंदन से अपनी मनोकामना लिखकर शुभ मुहूर्त में भगवान विष्णु को अर्पित करें। ऐसा करने से जल्द से जल्द भक्तों की इच्छा पूरी होती हैं।
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