देश की राजधानी दिल्ली की सुरक्षा कमान संभालने वाली दिल्ली पुलिस के लिए हर दिन चुनौतियों से भरा होता है। लेकिन ऐसे में हर चुनौती को बेहतरीन ठंग से हल करने का दारोमदार भी दिल की पुलिस यानी की दिल्ली पुलिस अपनी सुझबुझ से अपराधी को धर दबोचकर उन्हें जेल की सलाखों के पीछे का रास्ता दिखा रही है। लेकिन इस दिल्ली पुलिस को बेहतरीन ठंग से चलाने के लिए पूरा श्रेय जाता हैं, पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा को। साल 1988 तमिलनाडु कैडर के आईपीएस अधिकारी संजय अरोड़ा इस समय अपनी पुलिस कार्यप्रणाली को बदलते हुए उसमें निरंतर सुधार करते जा रहे हैं,जिसका परिणाम ये है कि आज दिल्ली पुलिस एकदम हाईटैक हो चुकी है। पहले जहां पीड़ित को न्याय पाने के लिए थाने के चक्कर लगाने पड़ते थे तो वहीं अब पीड़ित के पास पुलिसकर्मी खुद चलकर उसकी समस्या को ना केवल पूछते हैं बल्कि उनका समय से निवारण भी करते हैं।
साइबर क्राइम के ग्राफ में आई बड़ी कमी
पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने दिल्ली पुलिस को जिस तरह से हाईटैक बनाया है उसका सबसे बड़ा सबूत ये रहा है कि इस समय साइबर क्राइम का ग्राफ तेजी से नीचे आता जा रहा है। दिल्ली पुलिस ने कई तरह के एप लॉंच किए हैं, जिसके जरिए लोग आसानी से खुद को साइबर क्राइम का शिकार होने से किस तरह बचाएं इस बार की जानकारी भी दिल्ली पुलिस समय-समय पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के जरिए देती रहती है। वहीं जो लोग इंटरनेट के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते उन लोगों के लिए भी दिल्ली पुलिस समय समय पर अपने तरीके से मदद करती है।
अपराध व अपराधियों पर कसा शिकंजा
पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने सबसे पहले दिल्ली को अपराध व अपराधी मुक्त बनाने के लिए अपने अधिकारियों से बातचीत कर बेहतरीन दिशा निर्देश जारी किए जिसके अंतर्गत सभी जिलों के डीसीपी को उनके क्षेत्रों में आने वाले एसएचओं से समय समय पर ब्रिफिंग के जरिए जानकारी हांसिल करना का भी निर्देश दिया गया। इसके साथ ही पुलिस कमिश्नर ने पुलिस विभाग में वसूली जैसे मामलों को रोकने के लिए सख्त रूख इख्तेयार किया, जिसमें पुलिस कमिश्नर सीधे – सीधे ये भी कहां कि कोई पुलिसकर्मी रिश्वत लेते हुए मिलता है, तो वह कड़ी कार्रवाई के लिए एकदम तैयार रहे।
ITBP के डायरेक्टर रह चुके हैं संजय अरोड़ा
दिल्ली पुलिस के लिए एक बेहतरीन सेना नायक के तौर पर IPS अधिकारी संजय अरोड़ा ने 1 अगस्त को पुलिस कमिश्नर का पदभार संभाला था। 31 जुलाई 2025 तक संजय अरोड़ा गृह मंत्रालय के अगले आदेश तक पुलिस कमिश्नर के पद पर तैनात रहेंगे। आईपीएस अधिकारी संजय अरोड़ा पूर्व में इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस के डायरेक्टर पद पर तैनात रह चुके हैं। संजय अरोड़ा ने कमिश्नर बनते ही सबसे पहले पुलिस को डिजिटल करने का प्रयास किया, क्योंकि आज के दौर में सभी कुछ इंटरनेट पर उपलब्ध रहता है। इसके लिए पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा जी ने स्पेशल सेल की साइबर क्राइम यूनिट में कई जरूरी बदलाव किए हैं।
किन पदों पर दे चुके हैं अपनी सेवाएं
संजय अरोड़ा साल 1997 से 2002 तक कमांडेट के पद पर आईटीबीपी में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इसी साल उन्होंने उत्तराखंड के मातली में आईटीबीपी बटालियन की कमान संभाली थी। आईपीएस संजय अरोड़ा तमिलनाडु पुलिस में कई पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। ईमानदार व साफ सुथरी छवि वाले आपीएस अधिकारी संजय अरोड़ा एसटीएफ के एसपी भी रह चुके हैं। उन्होंने विरप्पन गैंग का सफाया करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।