Thyroid in Children : देश में थायराइड की समस्या लगातार बढ़ती जा रहीं है। पहले ये केवल बड़ों में ही हुआ करती थी। लेकिन अब ये समस्या बच्चों में भी आम बनती जा रहीं है। हाल ही में की गई शोध में पाया गया कि यह जेनेटिक भी हो सकती हैं। इसके अलावा अगर महिलाएं, प्रेगनेंसी के दौरान आयोडीन का सेवन कम करती है तो भी बच्चों को thyroid की समस्या हो सकती हैं। प्रीमेच्योर बच्चे में भी थायराइड होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती हैं। इस वजह से थायराइड की समस्या बच्चों में बढ़ रहीं हैं।
हालांकि, शरीर के लिए thyroid हार्मोन बहुत जरूरी होता है। लेकिन इसके कम या ज्यादा होने से शरीर में कई बीमारियां हो सकती हैं।
क्या होता है थायराइड
मनुष्य के गले में thyroid ग्लैंड होता है। तितली के आकार की ग्रंथि, शरीर में T3 और T4 हार्मोंस का निर्माण करती हैं। ये हार्मोन, शरीर की कई गतिविधियों को कंट्रोल करने में मदद करता है। अगर शरीर में इस हार्मोंस का संतुलन बिगड़ने लगता है तो ये शरीर में गड़बड़ हो सकती हैं।
थायराइड के लक्षण
बच्चों में थायराइड के कई लक्षण दिखाई देते हैं। जैसे कि-
– शारीरिक व मानसिक विकास की गति धीमी होना
– किसी काम में मन नहीं लगना
– कमजोरी महसूस होना
– डिप्रेशन और एंजाइटी का शिकार होना होना
– देर से दांत आना
– हर समय सुस्ती महसूस होना
– रूखी और बेजान स्किन होना
– बालों का बहुत ज्यादा झड़ना
– बहुत ज्यादा वजन बढ़ना
– लड़कियों में अनियमित मासिक चक्र
Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि southblockdigital.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।