Giloy Herbal Plant : आयुर्वेद में गिलोय को अमृत माना जाता हैं। कैल्शियम, आयरन और कई अन्य पोषक तत्व इसमें भरपूर मात्रा में होते हैं। गिलोय के पौधे में जीवन देने की क्षमता होती हैं। साथ ही ये शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता को भी बढ़ाता है। कुछ लोग बिना डॉक्टर की सलाह लिए इसका सेवन करते है, जो आगे चलकर कई अन्य बीमारी का कारण भी बन सकता है… हाल ही, में रिसर्च में पाया गया है कि कुछ मामलों में इसका सेवन इंसान के लिए सुरक्षित नहीं होता।
जानिए क्या हैं सच
मुंबई के शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च में पाया है कि गिलोय का सेवन करने से कई मरीजों में लिवर टॉक्सिसिटी की स्थिति बनी है। इम्यून सिस्टम से जुड़ी इस समस्या को ऑटोइम्यून प्रॉब्लम कहा जाता है। गौरतलब है कि गिलोय शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करता है। इससे मरीज के शरीर में लिवर टॉक्सिसिटी की स्थिति बनती है, जिससे लिवर फेल होने की संभावना बढ़ जाती हैं। इसके अलावा इसके इस्तेमाल से खून में इम्यून मार्कर्स का स्तर भी बढ़ता है। इससे ऑटो इम्यून हेपेटाइटिस की समस्या शरीर में होने लगती है। इसलिए डायबिटीज और हाइपोथायरॉयडिज्म की बीमारी से जूझ रहे लोगों को, इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
हालांकि मुंबई के शोधकर्ताओं की रिसर्च पर कई लोगों ने सवाल खड़े करें है और इसे गलत बताया हैं। साथ ही आयुष मंत्रालय ने भी गिलोय के इस्तेमाल से लिवर डैमेज होने की बात को खारिज किया हैं।
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