Delhi Assembly Elections: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का दौर 3 फरवरी को समाप्त हो गया है। अब 5 फरवरी को मतदान होंगे और इसके नतीजे 8 फरवरी को सामने आएंगे। लोकतंत्र के इस महापर्व में ज्यादा से ज्यादा लोग शामिल होकर मतदान करें, इसके लिए विभिन्न व्यावसायिक और गैर-व्यावसायिक संस्थानों ने मतदाताओं को जागरूक करने के प्रयास किए हैं।
पुलिस प्रशासन की अपील
बाहरी जिले के थानों के एसएचओ (SHO) ने जिले के निवासियों से आग्रह किया है कि वे अपना वोट जरूर दें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लें। उनका कहना है कि 5 फरवरी का चुनाव केवल एक चुनाव नहीं है, बल्कि यह हमारे देश के भविष्य को आकार देने का एक महत्वपूर्ण अवसर भी है।
एसएचओ की तरफ से नागरिकों को दिए गए संदेश में कहा गया है, “हर एक वोट महत्वपूर्ण है और हर एक आवाज गिनती में आती है। आइए, हम एकजुट होकर देश के भविष्य को आकार देने में भाग लें।” उन्होंने नागरिकों से अनुरोध किया कि वे मतदान करें और भारत को लोकतांत्रिक रूप से मजबूत बनाने में योगदान दें।
डीसीपी का संदेश
डीसीपी सचिन शर्मा ने भी नागरिकों को प्रेरित करते हुए कहा, “हमें विश्वास है कि बाहरी जिले के नागरिक इस अवसर का उपयोग करके अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।” उन्होंने कहा कि यह हमारे देश के भविष्य को आकार देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है और हमें इसे हाथ से नहीं जाने देना चाहिए।
उन्होंने यह भी समझाया कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बनना और देश के भविष्य पर एक स्थायी प्रभाव डालना कितना आवश्यक है। इसलिए सभी मतदाता मतदान के लिए तैयार रहें और देश के भविष्य को बेहतर बनाने में अपना योगदान दें।
व्यावसायिक संगठनों की पहल
दिल्ली में व्यापारियों की शीर्ष संस्था चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) ने विभिन्न बाजारों के व्यापारियों से संपर्क कर मतदान को बढ़ावा देने के लिए खास कदम उठाए हैं। उन्होंने मतदान करने वालों के लिए विशेष छूट की घोषणा की है।
ये भी पढ़े:-Delhi Election: चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका, 7 विधायकों ने छोड़ी पार्टी
इसके अलावा, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने भी अपने क्षेत्र में मतदान करने वालों के लिए छूट का ऐलान किया है। इस तरह के प्रयास नागरिकों को मतदान के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए किए जा रहे हैं।
मतदान को प्रोत्साहन देने के अन्य प्रयास
दिल्ली सरकार और विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों ने भी मतदाताओं को जागरूक करने के लिए अभियान चलाए हैं। सोशल मीडिया, विज्ञापन, नुक्कड़ नाटक और अन्य माध्यमों से जनता को मतदान के महत्व के बारे में बताया जा रहा है। इसके अलावा, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और कार्यस्थलों पर भी मतदान को प्रोत्साहित करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
लोकतंत्र में मतदान सबसे महत्वपूर्ण अधिकार और जिम्मेदारी है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में हर नागरिक की भागीदारी आवश्यक है। पुलिस प्रशासन, व्यापारिक संगठन, सरकार और अन्य संस्थान मिलकर यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि मतदान प्रतिशत बढ़े और लोकतांत्रिक प्रक्रिया मजबूत हो।
इसलिए, 5 फरवरी को अपने मतदान केंद्र पर जाएं, अपना वोट डालें और इस लोकतांत्रिक पर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। आपका एक वोट देश के भविष्य को बदल सकता है।