Aam Aadmi Party: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने उम्मीदवारों की संशोधित सूची जारी की है। पार्टी ने नरेला और हरि नगर सीटों से अपने उम्मीदवारों में बदलाव किया है। नरेला से अब शरद चौहान और हरि नगर से सुरिंदर सेतिया को उम्मीदवार बनाया गया है। पहले इन सीटों पर दिनेश भारद्वाज और राज कुमारी ढिल्लन को टिकट दिया गया था, लेकिन अब इनकी जगह नए उम्मीदवारों को उतारने का निर्णय लिया गया है। इस प्रकार, आप पार्टी ने अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव किया है, जो आगामी चुनावों के लिए महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है।
आम आदमी पार्टी ने कुल 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी, जिनमें कुछ प्रमुख नामों का चयन किया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर नई दिल्ली से चुनावी मैदान में हैं, जबकि मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी सीट से चुनाव लड़ने जा रही हैं। इन दोनों नेताओं का चुनावी मैदान में उतरना पार्टी के लिए एक बड़ी ताकत साबित हो सकता है, क्योंकि इनकी लोकप्रियता दिल्ली में बहुत अधिक है।
इसके अलावा, पार्टी के कई अन्य महत्वपूर्ण नेता भी चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं। मालवीय नगर से सोमनाथ भारती, ग्रैटर कैलाश से मंत्री सौरभ भारद्वाज, बाबरपुर से मंत्री गोपाल राय, तिलक नगर से जरनैल सिंह, शकूर बस्ती से सत्येंद्र कुमार जैन, सुल्तानपुर माजरा से मुकेश कुमार अहलावत, नांगलोई जाट से रघुविंदर शौकीन और सदर बाजार से सोम दत्त जैसे नाम चुनावी दौड़ में शामिल हैं। इसके अलावा, पार्टी ने मनीष सिसोदिया को जंगपुरा से उम्मीदवार बनाया है, जो एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम हो सकता है।
आम आदमी पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए 70 में से 62 सीटें जीती थीं। इस जीत के बाद पार्टी ने दिल्ली में अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत की थी। भाजपा ने 8 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था। इसके मद्देनजर, आगामी विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी की जीत की संभावना जताई जा रही है, खासकर इस बार पार्टी ने नए और मजबूत उम्मीदवारों का चयन किया है।
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दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन आम आदमी पार्टी ने चुनावी तैयारियां पहले ही शुरू कर दी हैं। पार्टी का मुख्य उद्देश्य इस बार भी दिल्ली में पूर्ण बहुमत प्राप्त करना है और 2020 के चुनाव के परिणामों को दोहराना है। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पूरी तरह से चुनावी प्रचार में जुटे हुए हैं, और उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ महीनों में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा।
इस चुनाव में कई महत्वपूर्ण सवाल उठ रहे हैं, जैसे कि भाजपा और कांग्रेस इस बार किस रणनीति के तहत चुनावी मैदान में उतरेंगी। हालांकि, आम आदमी पार्टी की स्थिति मजबूत दिखाई दे रही है, खासकर दिल्ली की जनता के बीच उसकी लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए।
अब यह देखना होगा कि आगामी चुनाव में किस पार्टी की जीत होती है और क्या आम आदमी पार्टी अपनी शानदार जीत की लकीर को आगे बढ़ा पाती है।