गृह मंत्रालय (MHA) ने CISF के दो नई बटालियनों के निर्माण को हरी झंडी दे दी है। यह पहल केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के विस्तार को मजबूती प्रदान करेगा। खास बात यह है कि गृह मंत्रालय ने एयरपोर्ट और परमाणु ऊर्जा संयंत्र जैसे देश के अहम प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नई बटालियन के गठन के साथ ही बल के कर्मियों की संख्या लगभग 2 लाख तक पहुंच जाएगी। यह फैसला न केवल CISF की क्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत करेगा।
सीआईएसएफ के प्रवक्ता ने दी पूरी जानकारी
सीआईएसएफ के प्रवक्ता अजय दहिया के अनुसार इन दो बटालियन के साथ ही सीआईएसएफ में बटालियन की संख्या 13 से बढ़कर 15 हो जाएगी। दो नई बटालियन के गठन के रूप में बल में 2050 पदों पर नई भर्तियां शुरू होंगी। जवानों की भर्ती से लेकर ट्रेंनिंग और अन्य तमाम औपचारिकताएं पूरी करते हुए यह दोनों बटालियन इस साल के अंत तक सीआईएसएफ के लिए अपनी सेवाएं देना शुरू कर देंगी। प्रत्येक बटालियन का नेतृत्व वरिष्ठ कमांडेंट स्तर के अधिकारी करेंगे।
पब्लिक और प्राइवेट क्षेत्र में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल
बता दें कि CISF भारत के केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है, जिसकी स्थापना सीआईएसएफ अधिनियम, 1968 के तहत की गई थी। शुरुआत में इसे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSU) को सुरक्षा प्रदान करने के लिए बनाया गया था। ये फोर्स प्रमुख औद्योगिक प्रतिष्ठानों, सरकारी इमारतों, परमाणु और अंतरिक्ष प्रतिष्ठानों, हवाई अड्डों, बंदरगाहों और ताजमहल सहित कई ऐतिहासिक स्मारकों की सुरक्षा करती है। इसके अलावा CISF पब्लिक और प्राइवेट क्षेत्र के कई संगठनों को सुरक्षा प्रबंधन में परामर्श सेवाएं भी प्रदान करती है।