Agriculture : हमारा भारत देश एक कृषि प्रधान देश है. किसान हमारे अन्नदाता है. कृषि क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाता है. कोरोना काल के दौरान कृषि क्षेत्र ने ही देश की अर्थव्यवस्था को संभालने का काम किया था. कृषि का योगदान भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग 16-18% के आसपास है. ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कृषि हमारे देश में क्या मायने रखता है. कृषि से हमे केवल अन्न ही नहीं बल्कि ये रोजगार उतपन्न करने की दिशा में भी एक अग्रिनि क्षेत्र है. भारत की GDP में कृषि का योगदान मुख्य रूप से खाद्यान्न, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन और वानिकी जैसे उप-क्षेत्रों से आता है.
कृषि का क्षेत्र काफी पुराना है और असरदार भी. इसका उदाहरण हम कई बार देख चुके हैं. कृषि भारत में दिन प्रतिदिन बदल भी रही है. यहां बदलाव से अर्थ है कि कृषि के क्षेत्र से नए तकनीक का आना. नई तकनीकों के आने से क्षेत्र कृषि में काफी चीज आसान हो गई है. बात बुआई की हो, सिंचाई, कटाई या फिर फसल को बेचने की तकनीक का इस्तेमाल आज हर जगह हो रहा है. तकनीक से किसानों को फायदा भी हुआ है. किसानों की आय में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. हालांकि कई मुद्दे पर दोराय भी देखने को मिलती है. किसानों के लिए कई योजनाएं भी चलाई जा रही है जो उन्हें कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदद कर रही है.
किसानों के लिए सरकारी योजनाएं काफी फायदेमंद साबित हुई है और इसका असर उनकी कमाई पर भी देखने को मिला है. तकनीक से किसानों की कमाई में जहां बढ़ोतरी दर्ज की गई है तो वहीं इससे किसानों का काफी समय भी बच रहा है. किसान अब कृषि को अलग नजर से देखते हैं. किसानों अब केवल एक या दो ही फसलों पर निर्भर नहीं है. वे कई तरह की फसलों के बारे में जानकारी लेकर उनकी खेती कर रहे है. इससे उन्हें काफी लाभ हो रहा है.
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खासकर किसान वैसी फसलों का चयन कर रहे हैं जिनमे लागत और समय कम लगे पर कमाई अच्छी हो. किसान अब पारंपरिक फसलों के अलावा मार्केट की डिमांड के अनुसार भी खेती करते हैं. बदलते समय के साथ ये जरूरी है. किसानों को जब भी आर्थिक लाभ होता है तो ये एक तरह से हमारे अर्थव्यवस्था की जीत होती है. हमारे देश की अर्थव्यवस्था में किसान एक मजबूत कड़ी है. हमारे देश के किसान हमारी शान है.