Pakistan PM Blame India For Pollution: पाकिस्तान का प्रमुख शहर लाहौर, जो देश का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, प्रदूषण के गंभीर स्तर से जूझ रहा है। 2 नवंबर को यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 1900 तक पहुंच गया, जो कि बेहद खतरनाक माना जाता है। इसके चलते नागरिकों के स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ रहा है और प्रशासन को आपातकालीन कदम उठाने पड़े हैं। हाल ही में इस गंभीर मुद्दे पर पाकिस्तान की पंजाब प्रांत की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने बयान दिया, जिसमें उन्होंने लाहौर में बढ़ते प्रदूषण के लिए भारत से आने वाली प्रदूषित हवाओं को जिम्मेदार ठहराया।
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Toggleभारत पर आरोप, भारत-पाकिस्तान बातचीत की मांग
मंत्री मरियम औरंगजेब के अनुसार, लाहौर में प्रदूषण का स्तर भारत से आने वाले प्रदूषित धुएं के कारण बढ़ रहा है। उनका मानना है कि भारतीय सीमावर्ती इलाकों से आने वाले धुएं और जहरीली हवाओं की वजह से लाहौर में वायु की गुणवत्ता खराब हो रही है। उन्होंने इस मुद्दे पर भारत के साथ बातचीत की जरूरत पर बल दिया और पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से इस पर चर्चा की योजना बनाने की मांग की है। उनके इस बयान के बाद कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आईं हैं, और कुछ लोगों ने इसे हास्यास्पद भी बताया है।
प्रदूषण के कारण लाहौर का स्थिति और खराब
3 नवंबर को लाहौर का नाम दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शीर्ष पर आ गया। इस प्रदूषण के कारण शहर में लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। AQI का स्तर 1900 पर पहुंचने के बाद प्रशासन ने कई आपातकालीन कदम उठाए हैं। प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है ताकि बच्चों को प्रदूषण से बचाया जा सके। इसके अलावा, प्रशासन ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे घर में ही रहें और बाहर जाने की स्थिति में मास्क का इस्तेमाल करें। सरकार ने ऑफिस में काम करने वाले 50% लोगों को वर्क फ्रॉम होम करने का निर्देश दिया है ताकि वाहनों के कारण होने वाला प्रदूषण कम हो सके।
नागरिकों के लिए एडवाइजरी और स्वास्थ्य के कदम
मंत्री मरियम औरंगजेब ने लाहौर के नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उन्हें घर में रहने की सलाह दी गई है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि जब तक बेहद जरूरी न हो, वे घर से बाहर न निकलें। घरों के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें ताकि प्रदूषित हवा घर में न आ सके। इसके अलावा, प्रशासन ने सभी प्रमुख अस्पतालों में ‘स्मॉग काउंटर’ स्थापित किए हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर लोग तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें।
प्रदूषण कम करने के अन्य उपाय
प्रदूषण से निपटने के लिए प्रशासन ने कई सख्त कदम उठाए हैं। लाहौर में चलने वाले रिक्शा और तिपहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इन वाहनों को जलते ईंधन और उनसे निकलने वाले धुएं के कारण प्रदूषण में योगदान देने वाला माना गया है। इसके अलावा, निर्माण कार्यों पर भी रोक लगा दी गई है, ताकि निर्माण कार्यों से उठने वाले धूल-धुएं को रोका जा सके। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि फैक्ट्रियां और निर्माण स्थल इन निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, तो उन्हें बंद किया जा सकता है।
सरकार की जिम्मेदारी और पर्यावरण सुरक्षा
लाहौर में प्रदूषण के इतने गंभीर स्तर पर पहुंचने से नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में पड़ गया है। प्रशासन ने तत्काल कदम उठाते हुए प्रदूषण पर काबू पाने के प्रयास किए हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इसके दीर्घकालिक समाधान के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है। सरकार को वनीकरण, सार्वजनिक परिवहन में सुधार, और प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर नियंत्रण जैसे उपायों को सख्ती से लागू करना होगा।
इस गंभीर प्रदूषण से निपटने के लिए सिर्फ एक देश पर आरोप लगाने के बजाय पाकिस्तान को अपने अंदरूनी प्रदूषण के स्रोतों पर ध्यान देना होगा और दीर्घकालिक समाधान तलाशने होंगे।