Railway Big Action After bandra railway station stampede: मुंबई के बांद्रा टर्मिनस पर शनिवार देर रात गोरखपुर अंत्योदय एक्सप्रेस में चढ़ने की जल्दबाजी में एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें नौ लोग घायल हो गए, दो की हालत गंभीर है। यात्रियों की अत्यधिक भीड़ और समय से पहले ट्रेन के प्लेटफार्म पर पहुंचने से यह घटना हुई। रेलवे ने इस हादसे के बाद त्योहारों के दौरान देशभर में भीड़भाड़ वाले स्टेशनों पर सुरक्षा उपायों का रिव्यू किया है।
रेलवे अधिकारियों ने कई स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक इंतजामों का निरीक्षण किया है। होल्डिंग एरिया, लाउंज, एक्स्ट्रा टिकट काउंटर, खाने-पीने की सुविधाएं जैसी जगहों पर विशेष ध्यान दिया गया है। इन स्थानों पर यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे ने रेलवे स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों को चौबीस घंटे सतर्क रहने के आदेश दिए हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि फेस्टिव सीजन में यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इस बार एक करोड़ से अधिक यात्रियों के लिए सात हजार स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की गई है। हालांकि, कई स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करना अब भी चुनौती बना हुआ है। विशेषकर मुंबई, दिल्ली, सूरत, विजयवाड़ा, विशाखापट्टनम, बेंगलुरु, चेन्नई, अमृतसर, लुधियाना, और अंबाला जैसे शहरों से बड़ी संख्या में लोग दिवाली और छठ पूजा के लिए बिहार और उत्तर प्रदेश जा रहे हैं।
बांद्रा स्टेशन पर हुए हादसे के बाद, रेलवे ने अतिरिक्त सावधानी बरतने की बात कही है। मुंबई हादसे पर रेलवे का कहना है कि कोई भगदड़ नहीं थी, और फोर्स की कमी नहीं थी; बल्कि कुछ यात्रियों की जल्दबाजी के कारण यह घटना हुई। फिर भी, यात्रियों के मुताबिक आरपीएफ और जीआरपी के पर्याप्त जवानों की कमी रही, जिससे हादसा हुआ।
रेलवे ने यह भी सुनिश्चित किया है कि त्योहारों के समय किसी भी ट्रेन का प्लेटफार्म नहीं बदला जाएगा ताकि यात्री सही समय पर जानकारी प्राप्त कर सकें और ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो।