Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, जिसमें 20 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। इस सूची में वर्ली विधानसभा सीट से आदित्य ठाकरे के सामने मिलिंद देवड़ा को मैदान में उतारा गया है, जो एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
शिंदे गुट की इस सूची की खास बात यह है कि इसमें कुछ बीजेपी नेताओं को भी शिवसेना के सिंबल पर उम्मीदवार बनाया गया है। उदाहरण के लिए, अंधेरी पूर्व सीट से मुरजी पटेल, जो बीजेपी के नेता हैं, को टिकट दिया गया है। इसी तरह अंबरनाथ से बालाजी किणीकर और दिंडोशी से संजय निरुपम को भी प्रत्याशी बनाया गया है। कुडाळ सीट से निलेश नारायण राणे को उम्मीदवार घोषित किया गया है। इससे साफ है कि शिंदे गुट बीजेपी के साथ अपनी साझेदारी को चुनाव में मजबूती से लागू कर रहा है।
इससे पहले, शिंदे गुट ने 45 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का नाम भी शामिल था। शिंदे खुद कोपरी-पचपकड़ी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, और उन्होंने 28 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, शिंदे ने चुनाव में संभावित उम्मीदवारों से भी मुलाकात की। मीरा भयंदर की निर्दलीय विधायक गीता जैन, जिन्होंने महायुति की उम्मीदवार बनकर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है, भी शिंदे से मिलने उनके वर्षा बंगले पर पहुंचीं।
महाराष्ट्र में नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 29 अक्टूबर है, और कुछ सीटों पर महायुति के घटक दलों के बीच साझा करने की स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, जिन्हें सीट ना मिलने पर असंतोष व्यक्त करते हुए डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की, ने दावा किया है कि उन्हें दो सीटें देने का वादा किया गया था। माहिम सीट पर सदा सरवणकर को उम्मीदवार बनाया गया था, लेकिन राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे के चुनाव लड़ने की वजह से यहां उम्मीदवार बदलने की संभावना है।
शिंदे और फडणवीस की हालिया एक घंटे की बैठक के बाद यह चर्चा है कि गठबंधन की रणनीति पर अभी भी मंथन हो रहा है, ताकि गठबंधन की ताकत का अधिकतम लाभ उठाया जा सके।