Ola Electric Scooter Problems: अगर आप ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर के दिवाने हैं और ओला की नई इलेक्ट्रिक बाइक खरीदना चाहते हैं तो जरा ठहरिए। इस आर्टिकल को अंत तक पढ़िए जिसमें हम ये आपको बताने वाले हैं कि ओला कि स्कूटर खरीदना चाहिए या नहीं। आखिर क्यों बदनाम है ओला कि Electric E-bikes. यहां हम उसके आंकड़ों के साथ-साथ रेवेन्यू की तुलनात्मक स्टडी करेंगे। इसके अलावा इसके पीछे की वजह को भी देखने वाले हैं।
ओला इलेक्ट्रिक बाइक की दिक्कत | Ola Electric Scooter Problems
Ola Electric Scooter Problems के पीछे की वजह की बात करें तो कई रिपोर्ट्स के अनुसार ये कहा जाता है कि अभी तक जितने भी ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर आये हैं वो सब डिजाइन और फीचर्स के मामले में काफी हद तक अच्छे है। लेकिन जब बात क्वालिटी और परफॉरमेंस की आती है तो यहां पर ओला Electric Scooter की आलोचना शुरु हो जाती है। आगे आप भी ओला का इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने की सोच रहे हैं, तो आपको निम्न बातों का ध्यान रखना होगा।
ओला के मार्केट शेयर में आई गिरावट | Ola Scooter Market Share
लिस्टेड Two wheeler scooter की आंकड़ों को अगर आप देखें तो पाएंगे कि Ola Electric Scooter Problems के चलते Market Share में भारी गिरावट का सामना करना पड़ा है। Bengaluru-based कंपनी के मार्केट शेयर को देखें तो वाहन आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में यह 39.2% थी जो गिरकर अगस्त में 31.3% हो गई। ठीक उसी तरह यह गिरकर सितंबर में 27.9% हो गई है।
यूनिट में अगर देखें तो आंकड़ों से पता चलता है कि ओला इलेक्ट्रिक ने सितंबर में 23,965 यूनिट बेचीं, जबकि अगस्त में 26,928 यूनिट और जुलाई में 40,814 यूनिट बेची थीं। सितंबर 2023 में, कंपनी के पास कुल बाजार का लगभग 47% हिस्सा था।
ओला स्कूटर के रेवेन्यू में आई गिरावट | Ola electric scooter Revenue
अप्रैल से जून इस तीन महीने में ओला इलेक्ट्रिक का घाटा बढ़कर 347 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 267 करोड़ रुपये था। हालांकि, इसका ऑपरेटिंग रेवेन्यू 32.3% बढ़कर 1,644 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 1,243 करोड़ रुपये था। ऐसे में Ola Electric Scooter Problems के फलस्वरुप ये गिरावट देखने को मिली है।
ओला की बदनामी का क्या है कारण? | Ola electric scooter biggest problems
Ola Electric Scooter Problems का कारण, ओला इलेक्ट्रिक को बिक्री के बाद की सेवाओं, सॉफ्टवेयर गड़बड़ियों और हार्डवेयर खराबी के बारे में ग्राहकों की बढ़ती शिकायतों का सामना करना है जिससे बिक्री में गिरावट आई है।
ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने के लेस सबसे ज्यादा आये हैं। भले ही कंपनी कितने भी वादे करे लेकीन हकीकत हम सबके सामने है। इसके अलावा स्कूटर के सॉफ्टवेयर में कई बार दिक्कतें देखने को मिली हैं जिसकी वजह से कंपनी को काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा है। प्रोडक्ट की क्वालिटी को लेकर सवाल कई बार उठे हैं चलते चलते स्कटर का टूट जाना, आगे का टायर्स निकल जाना। कई ग्राहक भी इस स्कूटर के सस्पेंशन को लेकर शिकायत कर चुके हैं।
शिकायतों की लिस्ट
- क्वालिटी पर फोकस नहीं
- R&D टीम की नाकामी
- डिस्प्ले, सीट स्टोरेज और ब्रेक की समस्या
हालांकि, यह भी सच है कि ओला के अलावा अन्य बाइक के शेयर में भी गिरावट देखने को मिली है। भारत के दोपहिया वाहन बाजार में बजाज ऑटो, टीवीएस मोटर्स और एथर एनर्जी सहित अन्य खिलाड़ियों ने क्रमशः 21.4%, 20.2% और 14.8% बाजार हिस्सेदारी दर्ज की।