Jharkhand and Maharashtra Assembly Polls Dates Announcement : महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा आज की जा रही है, जहां चुनाव आयोग द्वारा दोपहर 3.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरी जानकारी प्रदान की जाएगी। इसमें महाराष्ट्र और झारखंड के नामांकन, मतदान, और चुनाव परिणाम के शेड्यूल का खुलासा किया जाएगा। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का भी ऐलान संभव है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: 288 सीटों पर मुकाबला
महाराष्ट्र विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। प्रमुख दल और गठबंधन सीटों के बंटवारे और चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं। इस बार का मुख्य मुकाबला महा विकास अघाड़ी और महायुति के बीच है। महा विकास अघाड़ी गठबंधन में कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार गुट) और शिवसेना (यूबीटी) शामिल हैं, जबकि महायुति में बीजेपी और शिवसेना का शिंदे गुट सहयोगी हैं। अजित पवार के नेतृत्व वाला एनसीपी ग्रुप भी महायुति में शामिल है। राज्य में कुल 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होना है।
झारखंड विधानसभा चुनाव: चरणबद्ध तरीके से
झारखंड विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 5 जनवरी को समाप्त हो रहा है। यहां पिछली बार चुनाव पांच चरणों में हुए थे, और इस बार चुनाव की तारीखों का ऐलान दीवाली और छठ पर्व को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। चुनाव आयोग की टीम ने राज्य का हालिया दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया था, और राजनीतिक दलों ने भी त्योहारों के मद्देनजर चुनाव आयोग से तारीखों में उचित समायोजन की अपील की थी। झारखंड की विधानसभा में कुल 81 सीटें हैं।
उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर उपचुनाव
महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव के साथ ही उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की भी घोषणा होने की संभावना है। इन सीटों में मैनपुरी के करहल, कानपुर के सीसामऊ, प्रयागराज के फूलपुर, अयोध्या का मिल्कीपुर, गाजियाबाद सदर, अलीगढ़ का खैर (सुरक्षित), मिर्जापुर का मझवां, बहराइच का कटेहरी, मुजफ्फरनगर का मीरापुर और मुरादाबाद का कुंदरकी शामिल हैं।
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राजनीतिक पार्टियों की तैयारियां
महाराष्ट्र और झारखंड दोनों राज्यों में विभिन्न राजनीतिक दलों ने चुनावी मैदान में उतरने की पूरी तैयारी कर ली है। महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी और महायुति के बीच सीधे मुकाबले की उम्मीद है, जबकि झारखंड में सत्ताधारी गठबंधन झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी का गठबंधन मजबूत स्थिति में है। बीजेपी भी झारखंड में अपने प्रभाव को बढ़ाने की कोशिश में है।
चुनाव आयोग की इस महत्वपूर्ण घोषणा के साथ, महाराष्ट्र और झारखंड के राजनीतिक दलों में चुनावी गतिविधियां और अधिक तेज़ हो जाएंगी। दोनों राज्यों में सत्ताधारी दलों के सामने एक बड़ी चुनौती है। चुनाव के परिणाम न केवल राज्यों के राजनीतिक संतुलन को बदल सकते हैं बल्कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भी राजनीतिक संकेत देंगे।