Sunday, November 24, 2024
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Jammu Kashmir Election 2024 : जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण संपन्न, श्री माता वैष्णो देवी सीट पर सबसे अधिक मतदान

Jammu Kashmir Election 2024: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण का मतदान बुधवार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। इस चरण में 26 सीटों पर मतदान कराया गया, जिसमें 57.03 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जम्मू और कश्मीर दोनों संभागों के छह जिलों की सीटों के लिए वोटिंग हुई, जिसमें कश्मीर घाटी की 15 और जम्मू संभाग की 11 सीटें शामिल थीं। इस दौर में 239 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे, जिनकी किस्मत ईवीएम में बंद हो गई।

जम्मू और कश्मीर में मतदान का परिदृश्य

जम्मू कश्मीर में लंबे समय से चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है, और 2024 के विधानसभा चुनाव इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। दूसरा चरण विशेष रूप से अहम था क्योंकि इसमें कश्मीर घाटी के कई संवेदनशील क्षेत्रों के साथ-साथ जम्मू संभाग के भी कुछ प्रमुख इलाके शामिल थे। जम्मू और कश्मीर दोनों संभागों में मतदान के दौरान मतदाताओं की उत्साहजनक भागीदारी देखने को मिली। खासतौर पर जम्मू के रियासी जिले में जहां 74.70 प्रतिशत की सबसे अधिक वोटिंग दर्ज की गई। दूसरी ओर, श्रीनगर जिले में मतदान अपेक्षाकृत कम रहा, जहां केवल 29.81 प्रतिशत वोटिंग हुई।

मतदान की विस्तृत स्थिति Jammu Kashmir Election 2024

बुधवार सुबह 7 बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू हुई, जो शांतिपूर्ण ढंग से चली। जम्मू कश्मीर में हर चुनाव सुरक्षा और संवेदनशीलता के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होता है, और इस बार भी चुनाव आयोग ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। इस चरण में छह जिलों – श्रीनगर, बडगाम, गांदरबल, पुंछ, रियासी और राजोरी की 26 सीटों पर मतदान हुआ।

  • श्रीनगर जिले की आठ सीटों पर सबसे कम मतदान हुआ – यहां के शालतेंग, छानपोरा, ईदगाह, हब्बाकदल, हजरतबल, खानयार, लाल चौक और जद्दीबल सीटों पर औसतन 29.81 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। हब्बाकदल में सबसे कम 19.81 प्रतिशत वोटिंग हुई, जबकि शालतेंग में 31.83 प्रतिशत, हजरतबल में 32.35 प्रतिशत, और लाल चौक में 32.67 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
  • रियासी जिले में सबसे अधिक मतदान हुआ – रियासी जिले की कुल तीन सीटों पर वोटिंग हुई, जिसमें श्री माता वैष्णो देवी सीट पर सबसे अधिक 80.74 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। गुलाबगढ़ और रियासी सीटों पर भी क्रमश: 73.49 प्रतिशत और 72.06 प्रतिशत वोट पड़े।
  • बडगाम और गांदरबल जिलों की सीटों पर भी अच्छा मतदान हुआ – बडगाम जिले की पांच सीटों पर औसतन 63.5 प्रतिशत से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया, जिसमें खानसाहब और चरार-ए-शरीफ सीटों पर क्रमश: 72.04 प्रतिशत और 70.26 प्रतिशत वोटिंग हुई। वहीं, गांदरबल जिले की कंगन सीट (एसटी) पर 72.18 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि गांदरबल सीट पर 56.80 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई।
  • राजोरी और पुंछ जिलों में एसटी सीटों पर अधिक मतदान हुआ – पुंछ की सुरनकोट (एसटी) सीट पर 74.95 प्रतिशत और पुंछ हवेली सीट पर 74.66 प्रतिशत वोटिंग हुई। मेंढर (एसटी) सीट पर 71.60 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई। राजोरी जिले की नौशेरा, राजोरी (एसटी), और थन्नामंडी (एसटी) सीटों पर क्रमश: 72.00 प्रतिशत, 70.56 प्रतिशत और 72.92 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

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मतदाताओं का रुझान

जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव में मतदाताओं का रुझान हमेशा से ही राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर केंद्रित रहता है। इस बार भी ऐसे कई मुद्दे थे जो चुनावी मंच पर हावी रहे। मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के बीच माना जा रहा है। भाजपा ने जम्मू क्षेत्र की अधिकतर सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कश्मीर घाटी में उसके उम्मीदवारों की संख्या अपेक्षाकृत कम है। पीडीपी ने दोनों क्षेत्रों में अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं।

कश्मीर घाटी में मतदान का प्रतिशत अपेक्षाकृत कम रहा, जिसका एक प्रमुख कारण क्षेत्र की भौगोलिक और राजनीतिक स्थिति मानी जा सकती है। पिछले कुछ वर्षों में घाटी में हुई घटनाओं ने भी मतदाताओं को प्रभावित किया है। वहीं, जम्मू संभाग में, खासकर रियासी और पुंछ जिलों में, मतदाताओं की भारी भागीदारी ने भाजपा और अन्य दलों को उत्साहित किया है।

पहले चरण की तुलना

पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को हुआ था, जिसमें 61.38 प्रतिशत मतदाताओं ने हिस्सा लिया था। सबसे ज्यादा 80.20 प्रतिशत वोटिंग किश्तवाड़ जिले में हुई थी, जबकि सबसे कम पुलवामा जिले में 46.99 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई थी। पहले चरण के मुकाबले दूसरे चरण में मतदान का प्रतिशत थोड़ा कम रहा, लेकिन फिर भी कई क्षेत्रों में लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।

चुनाव आयोग की भूमिका

चुनाव आयोग ने इस बार भी जम्मू कश्मीर में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए व्यापक इंतजाम किए थे। वोटर टर्नआउट एप के जरिए मतदाताओं को मतदान प्रतिशत की रियल टाइम जानकारी दी गई। चुनाव आयोग के अनुसार, दूसरे चरण में दर्ज कुल मतदान ने 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान हुए मतदान को भी पीछे छोड़ दिया। इसके बावजूद कुछ इलाकों में मतदान का प्रतिशत अपेक्षाकृत कम रहा।

जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 का दूसरा चरण शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और इसमें 57.03 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इस चरण में मतदाताओं का उत्साह देखने लायक था, खासकर जम्मू संभाग के रियासी और पुंछ जिलों में। कश्मीर घाटी में मतदान का प्रतिशत अपेक्षाकृत कम रहा, लेकिन इसके बावजूद लोकतंत्र के इस महापर्व में लोगों की भागीदारी अहम मानी जा रही है। आगामी चरणों में मुकाबला और दिलचस्प होने की संभावना है, क्योंकि प्रमुख राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों को और मजबूत कर रहे हैं।

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