American President Election: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 की ओर बढ़ते हुए, एक अहम पल का सभी को इंतजार है – कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने वाली प्रेसिडेंशियल बहस। भारतीय समयानुसार यह बहस बुधवार की सुबह 6:30 बजे शुरू होगी और माना जा रहा है कि यह बहस आगामी चुनाव में निर्णायक साबित हो सकती है। राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे सर्वेक्षणों में दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है। ऐसे में यह बहस जनता के वोटिंग के मिजाज को काफी हद तक प्रभावित कर सकती है। इस बहस से पहले आइए जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण बातें:
1. ट्रंप और हैरिस के बीच कड़ी टक्कर
हालिया द न्यूयॉर्क टाइम्स/सिएना कॉलेज सर्वेक्षण से पता चलता है कि डोनाल्ड ट्रंप को 48% और कमला हैरिस को 47% मतदाताओं का समर्थन मिल रहा है। दोनों के बीच केवल एक प्रतिशत का अंतर होने से मुकाबला बेहद कड़ा और रोमांचक हो गया है। पिछली बहस में जो बाइडेन की स्थिति कमजोर होने के बाद, डेमोक्रेटिक पार्टी ने कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि हैरिस ट्रंप के सामने किस तरह से खुद को साबित करती हैं।
2. बहस से कमला हैरिस को हो सकता है फायदा | American President Election
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बहस से कमला हैरिस को फायदा हो सकता है, लेकिन इसमें जोखिम भी जुड़ा हुआ है। सर्वेक्षणों के मुताबिक 28% मतदाता अभी भी हैरिस के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, जबकि ट्रंप के बारे में केवल 9% लोगों की यह राय है। ऐसे में यह बहस हैरिस के लिए अपने विचारों और दृष्टिकोण को जनता के सामने रखने का सुनहरा अवसर हो सकता है। यदि वे इस बहस में बेहतर प्रदर्शन करती हैं, तो वे मतदाताओं का विश्वास जीत सकती हैं।
3. बाइडेन की बहस से सबक लेंगी हैरिस | American President Election
जून में हुई बहस में जो बाइडेन का कमजोर प्रदर्शन ट्रंप के हमलों का शिकार हो गया था। बाइडेन की उम्र और उनके स्वास्थ्य को लेकर उठे सवालों ने उनकी उम्मीदवारी को कमजोर कर दिया था। इस बार कमला हैरिस को बाइडेन की गलतियों से सीखने की जरूरत है। उन्हें ट्रंप के हमलों का डटकर सामना करना होगा और एक सशक्त प्रत्याशी के रूप में अपनी छवि बनानी होगी। हैरिस की रणनीति में आत्मविश्वास और मजबूती होना जरूरी है ताकि वे ट्रंप के हमलों का प्रभावी जवाब दे सकें।
4. ट्रंप को बदलनी होगी रणनीति
पिछली बहसों में ट्रंप का आक्रामक और असभ्य रवैया उनके लिए हानिकारक साबित हुआ था। उन्होंने बाइडेन के खिलाफ तंज कसने और मजाक करने की शैली अपनाई थी, जो बहस के स्तर के हिसाब से गलत समझी गई। इस बार ट्रंप को अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा और बहस के दौरान अनुशासन और संयम का परिचय देना होगा। दूसरी ओर, कमला हैरिस के मुकाबले वे उम्र में काफी बड़े हैं, जिसका हैरिस फायदा उठा सकती हैं। ट्रंप को इस बार अधिक संतुलित और विचारशील दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है।
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5. सही मुद्दों पर दिखानी होगी मजबूती
एबीसी न्यूज द्वारा आयोजित इस बहस में अमेरिकी मतदाताओं से जुड़े कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिनमें अर्थव्यवस्था, आप्रवासन, प्रजनन अधिकार और विदेश नीति प्रमुख हैं। इस बहस में उम्मीदवारों को सही मुद्दों पर मजबूती से अपनी बात रखनी होगी। खासतौर पर महिलाओं के गर्भपात अधिकार और नस्लीय भेदभाव जैसे मुद्दों पर हैरिस की स्थिति मजबूत हो सकती है, क्योंकि ये मुद्दे उनके पक्ष में काम कर सकते हैं। वहीं, ट्रंप को भी ऐसे विषयों पर अपना दृष्टिकोण साफ़ करना होगा, जहां उनकी नीतियों को मतदाता गंभीरता से ले रहे हैं।
यह बहस केवल एक राजनीतिक मुठभेड़ नहीं, बल्कि 2024 के राष्ट्रपति चुनाव की दिशा तय करने वाली हो सकती है। जहां कमला हैरिस को इस मौके का फायदा उठाने की जरूरत है, वहीं डोनाल्ड ट्रंप को अपनी पिछली बहसों की गलतियों से सीख लेकर जनता के सामने एक ठोस विकल्प के रूप में पेश होना होगा। दोनों उम्मीदवारों के पास अपनी मजबूती दिखाने का यह आखिरी मौका हो सकता है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि कौन सा उम्मीदवार अपनी बात जनता तक बेहतर तरीके से पहुंचाने में सफल होता है।