Friday, September 20, 2024
MGU Meghalaya
HomeराजनीतिJharkhand विधानसभा चुनाव से पहले जेएमएम को झटका, भाजपा में शामिल हुए...

Jharkhand विधानसभा चुनाव से पहले जेएमएम को झटका, भाजपा में शामिल हुए चंपई सोरेन और लोबिन हेम्ब्रम

Jharkhand: हाल ही में झारखंड की राजनीति में दो प्रमुख घटनाक्रम सामने आए हैं जो भाजपा की बढ़ती ताकत और विपक्ष की कमजोरी को स्पष्ट रूप से उजागर करते हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के पूर्व विधायक लोबिन हेम्ब्रम और आदिवासी नेता चंपई सोरेन ने भाजपा में शामिल होकर विपक्ष को एक बड़ा झटका दिया है।

इन दोनों की भाजपा में शामिल होने की घटनाओं ने झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य को बदलकर रख दिया है और भाजपा की स्थिति को मजबूत किया है। इस लेख में, हम इन घटनाओं का विस्तृत विश्लेषण करेंगे, झारखंड की राजनीतिक स्थितियों पर इसके प्रभावों पर चर्चा करेंगे, और यह समझेंगे कि भाजपा के लिए यह कदम क्यों महत्वपूर्ण है।

चंपई सोरेन का भाजपा में शामिल होना

30 अगस्त को, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर उन्होंने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की उपस्थिति में भाजपा में शामिल होने की औपचारिकता पूरी की। सोरेन के भाजपा में शामिल होने की खबर ने झारखंड की राजनीतिक धारा को बदल दिया है।

चंपई सोरेन, जिन्हें झारखंड में ‘कोल्हान टाइगर’ के नाम से जाना जाता है, ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि उन्होंने दिल्ली और कोलकाता में झारखंड सरकार द्वारा उनकी जासूसी के खिलाफ अपना संकल्प मजबूत किया। सोरेन का आरोप था कि कांग्रेस ने आदिवासी पहचान को खतरे में डाल दिया है और भाजपा ही वह पार्टी है जो आदिवासियों की पहचान बचा सकती है। उनका यह भी कहना था कि उन्होंने झामुमो को अपने खून-पसीने से सींचा, लेकिन उन्हें अपमानित किया गया, जिससे वह भाजपा में शामिल होने के लिए मजबूर हो गए।

लोबिन हेम्ब्रम का भाजपा में शामिल होना | Jharkhand

लोबिन हेम्ब्रम, जो हाल ही में झामुमो से निष्कासित किए गए थे, ने भी भाजपा का हाथ थाम लिया। झामुमो ने उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। हेम्ब्रम की भाजपा में शामिल होने की घटना ने विपक्ष की स्थिति को और कमजोर कर दिया है और भाजपा के लिए नए अवसर उत्पन्न किए हैं।

ये भी पढ़ें : Jammu – Kashmir Election: मुस्लिम इलाके के लिए भी बीजेपी ने बनाया बैकडोर प्लान, जानिए क्या है भाजपा का प्लान

झामुमो की स्थिति पर प्रभाव

चंपई सोरेन और लोबिन हेम्ब्रम का भाजपा में शामिल होना झामुमो के लिए एक बड़ा झटका है। झामुमो की आंतरिक राजनीति में इन प्रमुख नेताओं की उपस्थिति महत्वपूर्ण थी। सोरेन और हेम्ब्रम जैसे नेताओं के पार्टी से बाहर जाने से झामुमो की राजनीतिक ताकत और जनाधार पर प्रभाव पड़ा है। इन नेताओं के भाजपा में शामिल होने से झामुमो की स्थिति कमजोर हो गई है और पार्टी के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है।

भाजपा की स्थिति पर प्रभाव

भाजपा के लिए चंपई सोरेन और लोबिन हेम्ब्रम का शामिल होना एक बड़ी सफलता है। इन दोनों नेताओं की भाजपा में शामिल होने से भाजपा को झारखंड में एक मजबूत आदिवासी समर्थन मिला है। सोरेन और हेम्ब्रम की राजनीतिक महत्वता और उनके जनाधार भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति साबित हो सकते हैं। इसके अलावा, सोरेन के अनुभव और हेम्ब्रम के समर्थन से भाजपा को राज्य में अपनी स्थिति को मजबूत करने का अवसर मिला है।

राजनीतिक रणनीतियों का प्रभाव

सोरेन और हेम्ब्रम के भाजपा में शामिल होने से झारखंड में राजनीतिक रणनीतियों पर भी प्रभाव पड़ा है। भाजपा के लिए यह एक अवसर है कि वह आदिवासी समुदाय में अपनी स्थिति को और मजबूत कर सके। चंपई सोरेन और लोबिन हेम्ब्रम जैसे नेताओं के शामिल होने से भाजपा को राज्य की राजनीतिक दृष्टि से लाभ हो सकता है और वह आगामी चुनावों में एक मजबूत स्थिति में आ सकती है।

- Advertisment -
Most Popular