Friday, November 22, 2024
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Andhra Pradesh : क्या छात्राओं के 300 से ज्यादा वीडियो लीक हुए ? कहां तक पहुंची जांच

Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में स्थित एसआर गुड्लावल्लेरु इंजीनियरिंग कॉलेज में हाल ही में एक बेहद संवेदनशील मामला सामने आया, जिसने पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से बहस छेड़ दी है। यह घटना उस समय सामने आई जब कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल के वॉशरूम में एक कथित तौर पर छिपा हुआ कैमरा मिलने की खबरें वायरल हुईं। इस खबर ने न केवल कॉलेज परिसर में, बल्कि राज्य और देशभर में भी हड़कंप मचा दिया। कॉलेज की छात्राओं ने इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।

जानें क्या है घटना ?

गुड्लावल्लेरु इंजीनियरिंग कॉलेज में गुरुवार रात को छात्राओं ने अचानक विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने कॉलेज प्रशासन पर आरोप लगाया कि हॉस्टल के वॉशरूम में छिपा हुआ कैमरा पाया गया है, जो उनकी निजता का गंभीर उल्लंघन है। छात्राओं का कहना था कि कॉलेज प्रबंधन इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है और उन्हें धमकी दी जा रही है कि अगर उन्होंने इस घटना की शिकायत की, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

छात्राओं की यह शिकायत उस समय और गंभीर हो गई जब इस मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में छात्राएं नारेबाजी करते हुए न्याय की मांग कर रही थीं। इस वीडियो ने आम जनता और मीडिया का ध्यान आकर्षित किया, जिसके बाद राज्य के उच्च अधिकारी इस मामले में हस्तक्षेप करने पर मजबूर हुए।

Andhra Pradesh

मुख्यमंत्री का हस्तक्षेप | Andhra Pradesh

जैसे ही यह मामला सामने आया, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तत्काल इस घटना की जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने वॉशरूम में कैमरा लगाने का अपराध किया है, तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर छात्राओं के पास इस घटना से संबंधित कोई सबूत है, तो वे उसे साझा करें। नायडू ने छात्राओं से अपील की कि वे शांत रहें और सरकार इस मामले में निष्पक्ष जांच करेगी।

मुख्यमंत्री के आदेश के बाद, राज्य के खनन मंत्री के. रविंद्र, कृष्णा जिले के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को तत्काल कॉलेज भेजा गया। उन्होंने कॉलेज का दौरा किया और छात्राओं से बातचीत की। छात्राओं ने मंत्री के सामने अपनी पीड़ा व्यक्त की और बताया कि उन्हें कॉलेज प्रबंधन पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन पिछले तीन दिनों से इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है और उन्हें धमकियां दी जा रही हैं।

पुलिस की भूमिका और जांच | Andhra Pradesh

इस मामले में पुलिस ने भी अपनी जांच शुरू कर दी है। कृष्णा जिले के पुलिस अधीक्षक गंगाधर राव ने बताया कि मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। पुलिस ने कॉलेज परिसर की गहन जांच की, लेकिन उन्हें वॉशरूम में कोई गुप्त कैमरा नहीं मिला। हालांकि, पुलिस ने इस बात पर जोर दिया कि वे मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और किसी भी तरह के साक्ष्य मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस ने कहा कि उन्होंने छात्रों और कॉलेज स्टाफ की मौजूदगी में संदिग्धों के लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की भी जांच की है। इस दौरान एक छात्र, विजय शाह, को गिरफ्तार किया गया, जिसके लैपटॉप में कथित तौर पर 300 से अधिक अश्लील वीडियो पाए गए। पुलिस का मानना है कि इन वीडियो का इस्तेमाल ब्लैकमेलिंग या अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि ये वीडियो कॉलेज के अन्य छात्रों को भी बेचे गए हैं।

मीडिया और सोशल मीडिया की भूमिका

इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा बटोरी। जैसे ही छात्राओं का विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ, उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया और सभी का ध्यान इस घटना की ओर आकर्षित किया। सोशल मीडिया पर लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

राज्य के मानव संसाधन विकास मंत्री नारा लोकेश ने भी इस घटना पर ट्वीट किया और कहा कि उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कॉलेजों में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।

छात्रों का आंदोलन और उसकी गंभीरता

इस घटना के बाद, कॉलेज के सैकड़ों छात्र और छात्राएं सड़क पर उतर आए और न्याय की मांग करने लगे। उनका कहना था कि कॉलेज प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया और उल्टा उन्हें ही धमकाने की कोशिश की। उन्होंने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

छात्राओं ने कहा कि उन्हें अब कॉलेज में सुरक्षित महसूस नहीं हो रहा है और वे चाहते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो। उनके विरोध प्रदर्शन के चलते कॉलेज प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है और सरकार को भी मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा है।

मुख्यमंत्री की अपील और आगे की कार्रवाई

मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से अपील की कि अगर उनके पास वॉशरूम में कैमरा होने का कोई सबूत है तो उसे तुरंत सरकार के साथ साझा करें। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की जांच में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की और विश्वास दिलाया कि सरकार उनके साथ है।

इस घटना के बाद कॉलेज प्रशासन भी पूरी तरह से सतर्क हो गया है। उन्होंने कॉलेज के सभी वॉशरूम और अन्य सार्वजनिक स्थानों की जांच करवाई है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का वादा किया है। साथ ही, कॉलेज प्रशासन ने छात्रों से कहा है कि वे इस मामले में पुलिस और प्रशासन के साथ सहयोग करें।

यह घटना एक बार फिर से यह साबित करती है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हमारे समाज में अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। महिलाओं की निजता का हनन एक गंभीर अपराध है और इस तरह की घटनाओं से समाज में गहरा आक्रोश पैदा होता है। यह जरूरी है कि इस मामले की गहराई से जांच हो और दोषियों को सख्त सजा दी जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

आंध्र प्रदेश सरकार ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर यह साबित किया है कि वह महिलाओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर है। हालांकि, यह भी जरूरी है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। साथ ही, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने चाहिए, ताकि छात्राएं सुरक्षित महसूस कर सकें और उन्हें ऐसी किसी भी घटना का सामना न करना पड़े।

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