Friday, September 20, 2024
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China के विमान Y-9 टोही ने की जापान में घुसपैठ, दोनों देशों में बढ़ा तनाव

China: चीन और जापान के बीच तनावपूर्ण संबंध कोई नई बात नहीं है, और हाल ही में चीन की एक और नापाक हरकत ने इस तनाव को और बढ़ा दिया है। जापान के हवाई क्षेत्र में चीनी सैन्य विमान की घुसपैठ ने जापानी सरकार और वहां की जनता के बीच गुस्से और असुरक्षा की भावना को और मजबूत किया है। इस घटना ने दोनों देशों के बीच पहले से ही कमजोर संबंधों में और दरार डाल दी है।

चीनी Y-9 टोही विमान की घुसपैठ

घटना सोमवार की है, जब एक चीनी Y-9 टोही विमान ने जापान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की। जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने बताया कि यह घटना जापान के दक्षिण-पश्चिमी हवाई क्षेत्र में हुई। चीनी विमान ने जापान के दांजो द्वीप के ऊपर लगभग दो मिनट तक चक्कर लगाया। जापानी आत्मरक्षा बल के संयुक्त स्टाफ ने पुष्टि की कि चीनी विमान ने दांजो द्वीप के ऊपर उड़ान भरी थी, जो जापान के क्यूशू द्वीप के दक्षिण-पश्चिमी तट पर स्थित है।

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जैसे ही यह घुसपैठ हुई, जापान की सेना को अलर्ट कर दिया गया और उन्होंने अपने लड़ाकू विमानों को वापस बुलाना पड़ा। योशिमासा हयाशी ने इस घटना को जापान की क्षेत्रीय संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन और सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया। उन्होंने कहा कि जापान के हवाई क्षेत्र में किसी भी विदेशी सैन्य विमान का प्रवेश बिल्कुल अस्वीकार्य है। हयाशी ने जोर देकर कहा कि जापान अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।

जापान की प्रतिक्रिया 

इस घटना के बाद जापानी सरकार की प्रतिक्रिया तीखी और सख्त रही। जापान ने तुरंत ही बीजिंग के सामने इस घटना पर विरोध दर्ज किया और चीन से इस तरह की गतिविधियों को रोकने की मांग की। जापान की सरकार ने इस घटना को क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरे के रूप में देखा है। हयाशी ने कहा कि जापान अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा, और इस तरह की घटनाओं के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया देगा।

जापान के रक्षा मंत्री ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की और कहा कि इस तरह की घुसपैठें न केवल जापान की सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता को भी खतरे में डालती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जापान की सेना इन घटनाओं पर कड़ी नजर रख रही है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

China

चीन का रुख

वहीं दूसरी ओर, चीन ने इस घटना पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी है। चीनी सरकार ने जापान के आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि चीनी विमान अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में उड़ान भर रहा था और उसने किसी भी देश के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन नहीं किया है। चीन ने यह भी कहा कि जापान इस घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहा है और उसकी गतिविधियां पूरी तरह से वैध हैं।

यह पहली बार नहीं है जब चीन और जापान के बीच इस तरह की घटनाएं हुई हैं। इससे पहले भी दोनों देशों के बीच कई बार हवाई और समुद्री क्षेत्र को लेकर विवाद हुए हैं। विशेष रूप से, सेनकाकू द्वीपों के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है। सेनकाकू द्वीप समूह, जिसे चीन में दियाओयू द्वीप के नाम से जाना जाता है, पर दोनों देशों का दावा है, और इस क्षेत्र में चीनी और जापानी सैन्य गतिविधियां अक्सर होती रहती हैं।

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