Boney Kapoor: बॉलीवुड इंडस्ट्री के बेहतरीन एक्टर अरशद वारसी इन दिनों सुर्खियों में छाए हुए हैं। अरशद ने अपनी एक्टिंग के दम पर फैंस के दिलों में खास जगह बानई हैं। वहीं एक्ट्रेस ने हाल ही में यह दावा किया था कि बोनी कपूर की 1993 की फिल्म रूप की रानी चोरों का राजा में एक गाने की कोरियोग्राफी के लिए उन्हें कम पैसे दिए गए थे।
उन्होंने एक बातचीत को दरान बताया कि उन्हें इस काम के लिए एक लाख रुपये देने का वादा किया गया था। मगर चार दिनों की बजाय तीन दिनों में शूटिंग पूरी करने के बाद उन्हें केवल 75 हजार रुपये दिए गए थे। इसे मामले में अब बोनी कपूर ने उनपर निशाना साधा है।
बोनी कपूर ने साधा निशाना
हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान बोनी कपूर ने इस दावे को हंसी में उड़ाते हुए कहा, ‘मैंने उनका बयान पढ़ा और यह मजेदार लगा। यह 1992 में हुआ था और वे अब इस बारे में बात कर रहे हैं। उस समय वे स्टार नहीं थे; उन्हें इतनी बड़ी रकम कौन देता?’
उन्होंने ये स्पष्ट किया कि अरशद को प्रतिदिन 25,000 रुपये दिए जाते थे, जो तीन दिन के काम के लिए कुल 75 हजार रुपये थे। बोनी ने बताया कि पंकज पाराशर द्वारा निर्देशित इस शूटिंग की शुरुआत में चार दिन की योजना बनाई गई थी, लेकिन इसे तीन दिनों में पूरा कर लिया गया था।
उन्होंने कहा, ‘मुझे यह याद भी नहीं है। ऐसा नहीं था कि उन्हें कोई निश्चित राशि देने का वादा किया गया था। उन्हें काम किए गए दिनों के हिसाब से भुगतान किया गया था।’ बातचीत के दौरान बोनी कपूर से पूछा गया कि क्या अरशद ने पहले कभी उनसे इस बारे में बात की थी।
इसपर उन्होंने कहा, ‘नहीं, उन्होंने कभी इस बारे में बात नहीं की। हम मलाइका अरोड़ा और फराह खान के साथ एक टीवी शो में थे। उन्होंने तब कभी इस बारे में बात नहीं की। अब अचानक, वह इसके बारे में बात कर रहे हैं। हर कोई मीडिया का ध्यान आकर्षित करना चाहता है, और मैं एक आसान तरीका हूं।’
अरशद ने कही यह बात
बता दें कि अरशद वारसी ने हाल ही में एक बातचीत में कहा, ‘मैंने एक लाख रुपये फीस चार्ज की और अनुमान लगाया कि गाने को पूरा करने में चार दिन लगेंगे। हालांकि, प्रोडक्शन टीम ने पूछा कि क्या मैं लागत कम करने के लिए इसे पहले ही पूरा कर सकता हूं। मैंने तीन दिनों में शूटिंग पूरी कर ली, उम्मीद थी कि वे मेरी काम की सराहना करेंगे।
मगर जब मैं अपनी फीस लेने गया, तो उन्होंने मुझे एक लाख रुपये के बजाय 75,000 रुपये दिए। उन्होंने कहा कि चार दिनों के लिए यह एक लाख रुपये है और तीन दिनों के लिए यह 75,000 रुपये है, जो मुझे उचित नहीं लगा था।’