Air India: 22 अगस्त 2024 की सुबह भारतीय विमानन इतिहास में एक चिंताजनक घटना के रूप में दर्ज हो गई जब मुंबई से तिरुवनंतपुरम जा रहे एयर इंडिया की उड़ान AI657 को बम की धमकी मिली। इस घटना ने न केवल हवाई अड्डे के प्रशासन बल्कि देशभर के नागरिकों के बीच भी एक भयावह स्थिति उत्पन्न कर दी। इस धमकी के परिणामस्वरूप तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पूर्ण आपात स्थिति घोषित कर दी गई, और यात्रियों व चालक दल को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया शुरू की गई।
क्या हैं घटना
सुबह के समय जब अधिकतर लोग अपनी दिनचर्या की शुरुआत कर रहे थेtrivannaतब एयर इंडिया की उड़ान AI657, जिसमें 135 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे, को बम की धमकी मिली। यह घटना तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे के पास विमान के पहुंचने के समय की है। विमान के पायलट ने तुरंत इस धमकी की सूचना हवाई अड्डे के प्रशासन को दी, जिसके बाद सुबह साढ़े सात बजे हवाई अड्डे पर आपात स्थिति घोषित कर दी गई।
यह विमान सुबह आठ बजे हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतरा और इसे तुरंत आइसोलेशन बे में ले जाया गया। यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि यदि कोई विस्फोटक सामग्री विमान में हो, तो उसे नियंत्रित वातावरण में निष्क्रिय किया जा सके और हवाई अड्डे की सामान्य गतिविधियों पर इसका कोई असर न पड़े।
आपातकालीन प्रतिक्रिया और सुरक्षा प्रोटोकॉल |Air India
एयर इंडिया की उड़ान AI657 में मिली धमकी के बाद तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। विमान के उतरते ही यात्रियों को एक-एक करके विमान से बाहर निकाला गया और उन्हें हवाई अड्डे के सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। सुबह आठ बजकर 44 मिनट तक सभी यात्रियों को सुरक्षित रूप से विमान से निकाल लिया गया था। इस दौरान हवाई अड्डे के सुरक्षाकर्मी और सुरक्षा एजेंसियां हर स्थिति पर नजर रख रही थीं।
इसके बाद विमान को पूरी तरह से खाली कर दिया गया और उसे एक दूरस्थ स्थान पर पार्क किया गया, ताकि सुरक्षा जांच को सुगमता से अंजाम दिया जा सके। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा विमान की पूरी जांच की गई, जिसमें बम निरोधक दस्ते और अन्य विशेषज्ञ टीमों ने हिस्सा लिया। विमान के हर हिस्से की गहनता से जांच की गई, ताकि किसी भी संदिग्ध वस्तु को खोजा जा सके।
यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा | Air India
धमकी के बावजूद, सबसे बड़ी राहत की बात यह रही कि सभी 135 यात्री और चालक दल के सदस्य सुरक्षित रहे। विमान से सुरक्षित रूप से उतरने के बाद, सभी यात्रियों को हवाई अड्डे के अंदर एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया, जहां उनके साथ बातचीत की गई और उन्हें सुरक्षा जांच के बाद जाने की अनुमति दी गई। यात्रियों के साथ-साथ उनके परिजनों को भी हवाई अड्डे के अधिकारियों ने हर संभव सहायता प्रदान की, ताकि इस तनावपूर्ण स्थिति में उन्हें किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।
सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई
घटना के तुरंत बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इस धमकी की जांच शुरू कर दी। इस बात का पता लगाने के लिए कि धमकी किसने दी और कैसे दी गई, हवाई अड्डे के आसपास और विमान के अंदर सभी गतिविधियों पर नजर रखी गई। हवाई अड्डे के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और विमान के अंदर से प्राप्त सभी सबूतों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
इस बीच, हवाई अड्डे पर सुरक्षा व्यवस्था को और भी कड़ा कर दिया गया है, ताकि ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहा जा सके। हवाई अड्डे पर आने-जाने वाले सभी व्यक्तियों और सामान की सघन जांच की जा रही है। साथ ही, सुरक्षा एजेंसियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस मामले की जांच पूरी होने तक हवाई अड्डे पर किसी भी संदिग्ध गतिविधि को गंभीरता से लिया जाएगा।
एयर इंडिया की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद एयर इंडिया के प्रवक्ता ने एक आधिकारिक बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि 22 अगस्त को मुंबई से तिरुवनंतपुरम के लिए उड़ान भरने के दौरान एयर इंडिया की उड़ान AI657 में एक विशेष सुरक्षा अलर्ट पाया गया। विमान सुरक्षित रूप से तिरुवनंतपुरम में उतरा और सुरक्षा एजेंसियां अनिवार्य जांच में जुटी हुई हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विमान को एक दूरस्थ स्थान पर पार्क किया गया है और सभी यात्री और चालक दल सुरक्षित उतर गए हैं। एयर इंडिया ने इस पूरी घटना के दौरान यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी और उनकी हर संभव सहायता करने का प्रयास किया।
जांच और आगे की कार्रवाई
धमकी की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं। जांच का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि धमकी किसने और क्यों दी। इसके लिए साइबर सेल की मदद भी ली जा रही है, ताकि धमकी देने वाले का पता लगाया जा सके। इस तरह की घटनाएं न केवल सुरक्षा बलों के लिए एक चुनौती होती हैं, बल्कि आम नागरिकों के मन में भी डर का माहौल पैदा करती हैं। इसलिए, इस मामले में दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए सुरक्षा एजेंसियां कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं।