Terrorist Arested In Delhi: 15 अगस्त के पहले दिल्ली में सुरक्षा एजेंसियों के सतर्कता के चलते एक बड़े आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया गया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ISIS के मॉड्यूल से जुड़े एक आतंकवादी, रिजवान, को गिरफ्तार किया है।
रिजवान की गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों के सामने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आतंकी संगठन अब भी भारत में अपनी जड़ें जमाने की कोशिश कर रहे हैं। आइए जानते हैं कौन है रिजवान, क्या हैं इसके खौफनाक इरादे और कैसे पुलिस ने इस साजिश को नाकाम किया।
रिजवान कौन है?
रिजवान उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव का रहने वाला है। उसकी उम्र लगभग 28 साल है और वह एक साधारण परिवार से आता है। रिजवान का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था, जिससे वह सुरक्षा एजेंसियों की नजरों से बचा रहा। लेकिन धीरे-धीरे वह कट्टरपंथी विचारधारा की ओर आकर्षित हो गया और उसने ISIS के प्रति अपनी निष्ठा जताई।
रिजवान ने इंटरनेट के माध्यम से कट्टरपंथी विचारधारा को अपनाया और ISIS के प्रोपेगैंडा वीडियो देखना शुरू किया। इंटरनेट पर विभिन्न आतंकी फोरम्स के माध्यम से वह ISIS के संपर्क में आया और धीरे-धीरे इस संगठन का सदस्य बन गया। उसे प्रशिक्षित किया गया और संगठन ने उसे दिल्ली में आतंकी हमले को अंजाम देने की जिम्मेदारी सौंपी।
रिजवान के इरादे | Terrorist Arested In Delhi
रिजवान का मुख्य उद्देश्य 15 अगस्त से पहले दिल्ली में एक बड़े आतंकी हमले को अंजाम देना था। पुलिस की पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह दिल्ली में एक बड़े सार्वजनिक स्थान पर बम विस्फोट करने की योजना बना रहा था। उसकी योजना थी कि स्वतंत्रता दिवस से पहले देश में खौफ फैलाकर लोगों में दहशत का माहौल बनाया जाए।
रिजवान के पास से पुलिस ने कई दस्तावेज़, नक्शे, और विस्फोटक बनाने की सामग्री बरामद की है। इन सबूतों से यह साफ हो गया कि रिजवान एक बड़े हमले की तैयारी में था और वह इसे किसी भी कीमत पर अंजाम देना चाहता था।
कैसे हुआ खुलासा ? | Terrorist Arested In Delhi
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को कुछ समय पहले यह जानकारी मिली थी कि ISIS का एक सदस्य दिल्ली में सक्रिय है और वह एक बड़े हमले की योजना बना रहा है। इस जानकारी के बाद पुलिस ने अपनी जांच शुरू की और रिजवान की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू कर दी।
पुलिस ने रिजवान को ट्रैक किया और उसकी मोबाइल और इंटरनेट गतिविधियों पर नजर रखी। इसके बाद, पुलिस को उसके ठिकाने के बारे में जानकारी मिली और उसे गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम ने एक गुप्त अभियान चलाया और रिजवान को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी और पूछताछ
गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने रिजवान से सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान रिजवान ने अपने खौफनाक इरादों का खुलासा किया। उसने यह भी बताया कि वह किन-किन लोगों के संपर्क में था और इस हमले को अंजाम देने के लिए उसे कहां से निर्देश मिल रहे थे। रिजवान की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर कई अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है जो इस साजिश में शामिल थे।
ISIS का भारत में खतरा
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि ISIS जैसे आतंकी संगठन भारत में अपनी जड़ें जमाने की कोशिश कर रहे हैं। यह संगठन इंटरनेट और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके युवाओं को कट्टरपंथी बना रहा है और उन्हें आतंकी गतिविधियों में शामिल कर रहा है। भारत में आतंकवाद से लड़ने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहना होगा और ऐसे मॉड्यूल्स को समय रहते नाकाम करना होगा।
सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका
इस पूरी घटना में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की भूमिका महत्वपूर्ण रही। उनकी सतर्कता और समय पर की गई कार्रवाई ने देश को एक बड़े आतंकी हमले से बचा लिया। इसके साथ ही, सुरक्षा एजेंसियों को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि ऐसे मॉड्यूल्स के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं और देश की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।