Nawazuddin Siddiqui: बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने- मानेएक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी आज के समय में किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। एक्टर आए दिन लाइमलाइट में छाए रहते हैं। नवाजुद्दीन ने अपनी शानदार एक्टिंग के दम पर इंडस्ट्री में अपनी खास जगह बनाई हैं। वहीं इन दिनों एक्टर अपनी अपकमिंग फिल्म ‘रौतू का राज’ को लेकर लाइमलाइट में छाए हुए हैं।
नवाज फिल्म के प्रमोशन में जोरों-शोरों से लगे हुए हैं। हाल ही में एक बातचीत के दौरान एक्टर ने देश के लोगों द्वारा उन पर बरसाए गए अपार प्यार के बारे में बात की और इस धारणा को खारिज कर दिया कि उन्हें कभी भी उनके धर्म के आधार पर भेदभाव का सामना करना पड़ा।
धर्म के कारण नवाज के नहीं झेलना पढ़ा भेदभाव
हाल ही मे एक मीडिया चैनल संग इंटरव्यू के दौरान जब नवाजुद्दीन ने माना कि उन्हें राजनीति और क्रिकेट में कोई दिलचस्पी नहीं है, तो उनसे तुरंत उनकी 2019 की फिल्म ‘ठाकरे’ के बारे में पूछा गया। इसमें शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे का किरदार निभाने वाले नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा, “मैं राजनीतिक किरदार निभाकर खुश हूं।”
आगे एक्टर से पूछा गया कि क्या मुस्लिम समुदाय में फिल्म को लेकर तीखी प्रतिक्रिया हुई, नवाज ने कहा, “कुछ प्रतिक्रिया हुई, लेकिन बहुत ज्यादा नहीं।” इसके बाद अभिनेता से तुरंत फिर से सवाल किया और पूछा कि क्या बॉलीवुड धर्म के आधार पर भेदभाव करता है, इस पर नवाज ने कहा, “सवाल ही पैदा नहीं होता”।
धर्म के कारण नहीं हुआ नवाज को कोई भी नुकसान |Nawazuddin Siddiqui|
इंटरव्यू में आगे नवाज से पूछा गया, “क्या मुस्लिम होने की वजह से आपको शोबिज में कोई नुकसान हुआ”, और नवाजुद्दीन ने जवाब दिया, “मुझे तो इतना प्यार मिलता है यार। मैं अपने देश के अंदरूनी हिस्सों में घूमा हूं; मुझे नहीं पता कि वे समाचारों में क्या दिखाते हैं, लेकिन हमारे देश के लोग सुंदर हैं, वे मासूम हैं।”
उन्होंने बताया कि वह खुद को इंडस्ट्री और देश का हिस्सा महसूस करते हैं, जो उन्हें इतना प्यार और सम्मान देता है, जो उन्हें कहीं और नहीं मिल सकता। मैं अपने देश के अंदरूनी हिस्सों में घूमा हूं। मुझे नहीं पता कि वे समाचारों में क्या दिखाते हैं, लेकिन हमारे देश के लोग सुंदर हैं, वे मासूम हैं।”