वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम का एलान हो चुका है। इस टीम में ऋतुराज गायकवाड़ और यशस्वी जयसवाल जैसे युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है। हालांकि, टेस्ट के स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा को टीम में शामिल नहीं किया गया है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म है। प्रशंसकों और क्रिकेट के जानकारों का मानना है कि यह सेलेक्टरों की सबसे बड़ी गलती है। उन्हें किसी भी हाल में टीम से बाहर नहीं किया जाना चाहिए था। हालांकि, भारत के पूर्व क्रिकेटर और कोच रह चुके लालचंद राजपूत ने टेस्ट स्पेशलिस्ट बैटर को टीम से ड्रॉप करने के फैसले को सही करार दिया है।
पूर्व क्रिकेटर ने सेलेक्टरों के फैसले को ठहराया सही
पूर्व कोच ने एएनआई के साथ बातचीत करते हुए कहा, “यह एक पॉजिटिव कदम है। हमको अगले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकल के लिए तैयारी करनी होगी। आपको धीरे-धीरे युवा खिलाड़ियों को टीम में लेकर आना होगा। आपको उनको इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए तैयार करना होगा। उम्मीद है कि और भी यंग प्लेयर्स को भारत की तरफ से खेलने का मौका मिलेगा। रुतुराज और जायसवाल ने काफी रन बनाए हैं और उनको मौका देने से आपको बेंच स्ट्रेंथ मजूबत होगी।”
दूसरी तरफ सरफराज खान भी लगातार फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रन बनाते आ रहें हैं। लालचंद राजपूत ने सरफराज खान को लगातार रन बनाने के बावजूद नजरअंदाज किए जाने के फैसले को लेकर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, “अगर वह रन बना रहे हैं, लेकिन फिर भी उनको तीन साल से मौका नहीं मिल रहा है, तो कोई तो जरूर कारण होगा। मुझे नहीं पता कि क्या कारण है, पर उनको चांस दिया जाना चाहिए।”
सरफराज खान को लेकर भी उठ चुके हैं कई सवाल
बता दें कि हर बार की तरह इस बार भी बीसीसीआई और सीनियर सेलेक्शन कमेटी की जमकर आलोचना हुई है। पिछले 3 रणजी सीजन से बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले सरफराज खान लगातार टीम इंडिया में अपनी जगह को लेकर दावा ठोक रहे हैं। ऐसे में चयनकर्ताओं द्वारा उन्हें नजरअंदाज किए जाने पर सवाल उठना भी लाजिमी हैं। कई दिग्गज पूर्व भारतीय खिलाड़ियों ने सपोर्ट में आवाज उठाई और सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जताई। सुनील गावस्कर, आकाश चोपड़ा जैसे पूर्व खिलाड़ियों ने कहा था कि सरफराज खान का लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी चयन न होना दुख की बात है।