भारत के खिलाफ लगातार आतंक फैलाने वाले पाकिस्तान का एक नया ड्रामा शुरु हो गया है। जी हां, दरअसल, उसने विश्व कप से पहले सुरक्षा स्थितियों का जायजा लेने के लिए सिक्योरिटी टीम को भारत भेजना का निश्चय किया है। पाकिस्तान का यह चाल सोची समझी और जान बूझकर किया गया लगता है। मालूम हो कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अपनी टीम पाकिस्तान भेजने से मना कर दिया था। इसकी वजह पाकिस्तान में बिगड़े हालात और सुरक्षा में चूक बतायी जाती है। अब पाकिस्तान ने इसी चीज का बदला लेने के लिए नया बखेड़ा शुरु किया है। हालांकि, पाकिस्तान को इससे कुछ मिलने वाला नहीं है। पाकिस्तान जो कर सकता है वो यह है कि अपनी तसल्ली के लिए कुछ लुपहोल निकालेगा जिससे वो वेन्यू बदलने की अपनी मांगों को और बल दे सके।
आयोजन स्थलों की जांच करेगा प्रतिनिधिमंडल
भारत में वनडे वर्ल्ड कप की शुरुआत पांच अक्तूबर से होने जा रही है। ऐसे में पाकिस्तान बाबर आजम की अगुआई वाली टीम को मंजूरी देने से पहले आयोजन स्थलों का निरीक्षण करने के लिए एक सुरक्षा टीम भारत भेजने के लिए तैयार है। इंटर-प्रोविन्शियल कोर्डिनेशन (स्पोर्ट्स) मंत्रालय के एक आधिकारिक सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि ईद की छुट्टियों और पीसीबी के नए अध्यक्ष के चुने जाने के बाद पाकिस्तान सरकार तय करेगी कि सुरक्षा प्रतिनिधिमंडल को भारत कब भेजा जाए। हालांकि, भारत सरकार की तरफ से इसकी मंजूरी मिलेगी या नहीं, यह तय नहीं है।
सूत्र ने कहा, “सुरक्षा प्रतिनिधिमंडल पीसीबी के प्रतिनिधित्व के साथ उन स्थानों का निरीक्षण करने जाएगा जहां पाकिस्तान खेलेगा और विश्व कप में उनके लिए होने वाली सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण करेगा।” सूत्र ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल 15 अक्तूबर को भारत-पाकिस्तान मैच के आयोजन स्थल अहमदाबाद समेत चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोलकाता का दौरा करेगा।
आईसीसी के दो-टूक बाद पाकिस्तान तिलमिलाया
आपको बता दें कि पाकिस्तान के अपने जिद्द के कारण इस बार काफी समय बाद विश्व कप का शेड्यूल जारी किया गया। पाकिस्तान की कुछ बेबुनियाद मांगे थी जिसको की आईसीसी ने नजरअंदाज करते हुए शेड्यूल की घोषणा की। तब से पाकिस्तान और तिलमिला गया है। पाकिस्तान का भारत आना अभी तक तय नहीं है। कुछ दिन पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने वर्ल्ड कप के लिए अपनी क्रिकेट टीम को भारत भेजने के फैसले पर विचार करने की बात कही थी। पीसीबी ने कहा था कि यह फैसला उनकी सरकार पर है। इस पर आईसीसी ने जवाब देते हुए कहा था कि पीसीबी ने एग्रीमेंट किया है और अब वह पीछे नहीं हट सकते।