सूर्य ग्रहण : होली के 15 दिन बाद चैत्र अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण लगने वाला है , पिछले 50 वर्षो में यह ग्रहण नहीं लगा है ,इसलिए यह सबसे खास है। इसका सूतक काल और इस ग्रहण के बारे में आइये जानते है क्या खाश है। इस वर्ष के 8 अप्रैल यानि चैत्र नवरात्री के दिन लगने वाला है और यह पिछले 50 वर्षो में सबसे लम्बा पूर्ण सूर्य ग्रहण लगेगा जिसका टाइम 7.5 मिनट का होगा। इस पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान चन्द्रमा पुरे सोलर डिस्क को कवर कर लेगा जिसके कारण दिन में कुछ मिनट के लिए रात हो जाएगी।
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ग्रहण से एक दिन पहले चन्द्रमा पृथ्वी के सबसे निकटम बिंदु के नजदीक आ जायेगा जिसके कारण दोनों के बीच की दुरी मात्र 3 60 000 किलोमीटर रह जाएगी। इस तरह पृथ्वी को चंदमा पूरी तरह से ढक लेगा , जो एक दुर्लभ घटना है इससे पहले 1973 में सूर्य इतने मिनट तक नहीं दिखा था जो अफ्रीकी महाद्वीप में हुआ था। ये ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा , जिसके कारण इसका प्रभाव यह देखने को नहीं मिलेगा।
ये ग्रह अच्छे से अमेरिका के कुछ हिस्सों में देखने को मिलेगा। मैकिसको, सिनालोआ, नायरिट, डुरांगो, चिहुआहुआ, कोहुइला, USA के टेक्सास ,ओक्लाहोमा , मिसौरी ,इलिनोइस ,केंटकी , टेनेसी , मिशिगन , इंडियाना ,ओहियो , पेंसिल्वेनिया , न्यू हैम्पशायर और कनाडा के ओंटारियो क्यूबेक नई ब्रंसविक , प्रिंस एडवर्ड आइलैंड , नोवा स्कोटिया और नूफाउंडलैंड में अचे से देखा जा सकता है।