Kamakhya Mandir : कामाख्या मंदिर, असम में स्थित भारत का एक अद्वितीय धार्मिक स्थल है जो महाशक्ति माँ कामाख्या को समर्पित है। यहां का वातावरण तांत्रिक साधनाओं के लिए विशेष रूप से माना जाता है और यह स्थान तंत्र शास्त्र के अनुष्ठान का केंद्र है। ‘काम’ का अर्थ होता है कामना और ‘आख्या’ का अर्थ होता है ठान लिया गया। मान्यता है कि माँ कामाख्या यहां अपने योनि को गुप्त रूप से छुपा लेती हैं और जब वे अपनी मासिक अवधि में होती हैं, तो यहां पृथ्वी पर तीव्र आत्मा की ऊर्जा उत्पन्न होती है। मंदिर की वास्तुकला और स्थान का चयन भी बहुत धार्मिक और तांत्रिक मूल्यों के अनुसार किया गया है। मंदिर का प्रमुख शिखर स्वयं माँ कामाख्या को सिर पर धारण करता है, जिससे यह तंत्र और शक्ति के साधकों के लिए महत्वपूर्ण है।
इस स्थल पर तंत्र साधना के श्रद्धालुओं के लिए नियमित रूप से यज्ञ, पूजा, और तंत्र क्रियाएँ आयोजित होती हैं। यहां विशेष रूप से दुर्गा पूजा के समय तंत्रिक आचरण होता है, जिसमें आसन, मंत्र, और यंत्रों का प्रयोग किया जाता है।कामाख्या मंदिर के महत्व के अनुसार, इस स्थल पर योगिनी शक्तियाँ निवास करती हैं और यहां योगियों को अनगिनत तंत्र साधनाओं का उपदेश दिया गया है। इस स्थल का भव्य संस्कृति और तंत्रिक विवेचन कांपा प्राचीन समय से आज तक बना हुआ है। कामाख्या मंदिर की तंत्र साधनाएँ और विधियाँ आज भी यहां बनी हुई हैं और सजीव हैं, जो तंत्र साधना के प्रशिक्षण के लिए लोगों को इस स्थल पर आकर मिलती हैं।
यहां कुछ मुख्य तंत्रिक परंपराएँ और क्रियाएँ हैं जो इस स्थल पर की जाती हैं:
* कामरूप कुण्डलिनी तंत्र: यह एक विशेष प्रकार का तंत्र है जो मुख्य रूप से कुण्डलिनी शक्ति के जागरूक होने पर केंद्रित है। साधक इस तंत्र के माध्यम से अपने आत्मा को शुद्धि और समर्थन प्रदान करता है।
* श्रीविद्या तंत्र: यह एक प्रशिक्षण पथ है जो माँ कामाख्या की अद्वितीय रूप के साथ जुड़ा हुआ है। यह तंत्र साधकों को देवी के साथ संबंध स्थापित करने और अद्वितीयता की अनुभूति करने का पथ प्रदान करता है।
* कामाख्या साधना: इसमें साधक विशेष मंत्र, यंत्र, और आसन का प्रयोग करता है जो उसे माँ कामाख्या के साथ संबंध स्थापित करने में मदद करते हैं।
* कामाख्या मंत्र साधना: विशेष रूप से तंत्रिक उद्दीपना के लिए कामाख्या मंत्र साधना का प्रयोग किया जाता है, जिससे साधक अपने चित्त को शुद्ध करके देवी के साथ योग कर सकता है।