इन बैक्टीरिया प्रजातियों से हो सकती हैं रूमेटोइड गठिया, जानिए कैसे पैदा होते है ये बैक्टीरिया
Rheumatoid Arthritis : रूमेटोइड गठिया की बीमारी भी कई लोगों को प्रभावित कर रहीं है, जिसमें हाथों और कलाई में सूजन और दर्द रहता है। बता दें कि रुमेटोइड गठिया एक ऑटोइम्यून स्थिति है, जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली खुद पर हमला करना शुरू कर देती है। प्रोटीन, जो आमतौर पर शरीर में वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार होते हैं, वो ही जोड़ों पर हमला करना शुरू कर देते हैं।
शोध में पता चला है कि ये एंटीबॉडी लक्षण पैदा होने से 10 साल पहले ही मुंह, फेफड़े और आंतों जैसी जगहों पर बनना शुरू हो जाती और इसके बैक्टीरिया, एंटीबॉडी की वजह से अपने आप हो जाते है। हालांकि ये एंटीबॉडी, बैक्टीरिया पर हमला करने के लिए होती है लेकिन ये बीमारी तब होती है जब ये एंटीबॉडी जोड़ों पर हमला करते है। बता दें कि यह बैक्टीरिया केवल रूमेटोइड गठिया वाले लोगों की आंतों में ही पाया जाता है और ये शरीर के अन्य क्षेत्रों में नहीं फैलती हैं। फ़िलहाल रूमेटोइड गठिया रोग को पूरी तरह खत्म करने के लिए कोई दवा या उपचार अभी तक विकसित नहीं हुआ हैं। हालांकि एंटीबायोटिक्स से दर्द में राहत मिल सकती है। गौरतलब है कि एक बार बैक्टीरिया को हटाने के बाद ये जरूरी नहीं है कि ये फिर से जोड़ों पर हमला नहीं करें।
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