आप ने किसी ना किसी दिवाली के बाद फेसबुक या व्हाट्सएप में यह वायरल तस्वीर जरूर देखी होगी। इसमें दांवा किया जाता है कि यह नासा ने दिवाली की रात सैटेलाइट से यह तस्वीर खींची है।
असल में सच्चाई यह है…
यह चित्र नासा का ही है, असली चित्र है, लेकिन दिवाली की रात का नही है। यह चित्र एक रात को नही, कई वर्षो को दर्शाता चित्र है।
यह चित्र सं रा. अमरीका के डिफ़ेंस मेट्रोलाजिकल सेटेलाईट प्रोग्राम(DMPS) के उपग्रहो के आंकड़ो से निर्मित मिश्रीत चित्र(Composite Image) है।
मिश्रीत चित्रो मे कई चित्रो को एक के उपर एक रख कर(overlay) एक नया चित्र बनाया जाता है।
इस चित्र को NOAA के वैज्ञानिक क्रिस एल्विज(Chris Elvidge) ने समय के साथ जनसंख्या वृद्धि को दर्शाने के लिये बनाया है। इस चित्र मे सफ़ेद रंग की रोशनी 1992 से पहले की शहरो की रोशनी को दर्शा रही है। जबकी नीली रोशनी 1992 मे शहरो की रोशनी को , वहीं हरी और लाल रोशनी क्रमश: 1998 तथा 2003 मे शहरो की रोशनी को दर्शा रही है।
सारांश : यह चित्र वास्तविक है लेकिन यह दिवाली की रात या किसी एक विशेष रात को दर्शाता नही है, यह कई वर्षो को दर्शाता चित्र है। नासा के अनुसार दिवाली की रात मे जो अतिरिक्त रोशनी होती है वह अंतरिक्ष से दिखाई नही देगी।
आभार: विज्ञान विश्व