Chhat Puja 2020: 28 अक्टूबर से इस साल छठ पर्व की शुरूआत हो रही है जिसका समापन 31 अक्टूबर को होगा। चार दिन के इस पर्व को कार्तिक महा में शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इस त्यौहार में महिलाएं षष्ठी के दिन नहाए खाए के साथ व्रत करती है जो अगले दिन, सप्तमी को भगवान सूर्य को नदी में खड़े होकर अर्घ्य देती हैं। यह व्रत महिलाएं संतान की प्राप्ति, पति की लंबी उम्र और मनोकामना पूर्ति के लिए करती है। पूजा में फल और हाथ से बने प्रसाद को चढ़ाया जाता है, जिसमे व्रती महिला की थाली में चार तरह के प्रसाद होना अनिवार्य हैं। जो हैं-
– हरे चने की सब्जी
छठी के व्रत में हरे चने की सब्जी बनाने की परंपरा है, जिसको देसी घी में तैयार किया जाता है। जिसका मैया को भोग लगाया जाता हैं।
– कद्दू की सब्जी
हर व्रती महिला की थाली में कद्दू की सब्जी होना जरूरी है, जिसे साधे नमक की जगह सेंधा नमक डालकर तैयार किया जाता है।
– पूड़ी
हरे चने की सब्जी और कद्दू की सब्जी के साथ व्रती महिलाओं की थाली में पूड़ी का होना भी जरूरी है, जिसका सबसे पहले भोग लगाया जाता है।
– ठेकुआ
गेहूं के आटे और गुड को मिलाकर ठेकुआ नामक प्रसाद तैयार किया जाता है। छठ पूजा के दूसरे दिन खासतौर पर इस प्रसाद को तैयार किया जाता है। कुछ लोग इस प्रसाद को खजुरिया या ठिकारी भी कहते हैं। कुछ लोग इसमें नारियल का बुरादा और सूखे मेवे का भी इस्तेमाल करते हैं। बता दें कि छठ पूजा के दूसरे दिन रसिया का प्रसाद बनता है, जिसे दूध और चावल से बनाया जाता है और उसमे मिठास के लिए चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल होता है।