भारतीय टीम को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच (WTC Final 2023) में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 209 रनों से हार झेलनी पड़ी। रोहित शर्मा और टीम के लिए इस दर्द को भुला पानी मुश्किल है। हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी ने टीम इंडिया को एक बड़ा झटका देते हुए इस दर्द को और बढ़ा दिया है। दरअसल, आईसीसी ने स्लो ओवर रेट के लिए भारतीय टीम और ऑस्ट्रेलियाई टीम पर ठोस एक्शन लिया है। गौरतलब है कि भारतीय टीम ने निर्धारित समय में 5 ओवर कम फेंके थे, जिसको लेकर आईसीसी ने टीम इंडिया पर 100 प्रतिशत का जुर्माना ठोक दिया है। आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट के धीमी ओवर के आर्टिकल 2.22 के अनुसार खिलाड़ियों पर प्रति ओवर में देरी करने के चलते मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगता है।
टीम इंडिया को मिली दोहरी मार
वहीं, भारत के ओपनर बल्लेबाज शुभमन गिल को भी आईसीसी ने आड़े हाथों लिया है। अंपायर के फैसले को विरोध करने के कारण आईसीसी ने शुभमन गिल पर एक्शन लिया है। उन्होंने गिल पर एक्ट्रा 15 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया है। इसका मतलब की शुभमन गिल पर कुल 115 प्रतिशत मैच फीस का फाइन लगा है। बता दें कि चौथे दिन के खेल में शुभमन गिल दूसरी पारी के दौरान स्कॉट बोलैंड की गेंद पर स्लिप में कैमरून ग्रीन के हाथों कैच आउट हो गए थे। गिल के कैच पर काफी विवाद भी हुआ था, ऐसा इसलिए क्योंकि रिप्ले में देखा गया था कि गेंद ग्रीन के हाथ से जमीन को छुई है। ऐसे में रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने मैदान पर अंपायर के फैसले पर नाराजगी जताई थी।
ICC के नियमों से नहीं बच पाए युवा बल्लेबाज
मैच के बाद ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने अंपायर के फैसले को सही ठहराया था। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह एक सही कैच था। ग्रीन एक जबरदस्त फील्डर हैं और हम सिर्फ खिलाड़ी हैं। हम मैदान पर थे और हमने इसका फैसला अंपायर पर छोड़ा था। मेरे अनुसार रिचर्ड केटलबोरो दुनिया के बेहतरीन अंपायर हैं और वह क्रिकेट के नियम की किताबें जानते हैं। हालांकि, भारतीय कप्तान का इस पर ऑस्ट्रेलिया कप्तान से अलग नजरिया था। रोहित ने अंपायर द्वारा टेक्नोलॉजी का पूरी तरह से उपयोग न करने की शिकायत की। भारतीय कप्तान ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि थर्ड अंपायर को कैच लेने पर थोड़ा और रीप्ले देखना चाहिए था। मुझे लगता है कि उन्होंने तीन से चार बार देखा होगा। और उन्होंने इसे मान लिया। अंपायर को अधिक कैमरा एंगल दिखाए जाने चाहिए थे।