दरअसल, टाइफाइड एक प्रकार का बुखार होता है जो साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया की वजह से होता है। आमतौर पर ये बैक्टीरिया मक्खियों के कारण फैलता है। जहां-जहां भी ये मक्खियां बैठती हैं, वहां-वहां ये उस बैक्टीरिया को छोड़ देती है। फिर अगर कोई उसी दूषित पानी या भोजन का सेवन करता हैं, तो ऐसे में टाइफाइड होने का खतरा बना रहता है। टाइफाइड होने के बाद व्यक्ति को बुखार, पेट दर्द और उल्टी जैसी कई समस्याएं होती हैं।
यह भी पढ़ें- भारत में इन बैक्टीरिया से लाखों लोगों की हुई मौत, आकड़े सुन उड़ जाएंगे होश
क्यों बढ़ रहा है टाइफाइड ?
ज्यादातर टाइफाइड (Typhoid) की बीमारी दूषित पानी और खराब भोजन के सेवन से फैलती है। गर्मियों के मौसम में खाना जल्दी खराब हो जाता है, जिसके ऊपर मक्खियां पनपने लगती हैं। इससे भोजन दूषित हो जाता है। ऐसे में कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग आसानी से इसकी चपेट में आ जाते हैं। इसके अलावा बच्चों को टाइफाइड होने का खतरा भी अधिक रहता है, क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। वहीं, जो लोग पर्सनल हाइजीन का ध्यान नहीं रखते है वह भी बहुत जल्दी इसका शिकार होते हैं।
आपको बता दें कि टाइफाइड पर्सन टू पर्सन नहीं फैलता है, लेकिन अगर आपके घर में कोई टाइफाइड से संक्रमित है तो आप उनसे छोड़ी दूरी बनाकर जरूर रखें।
टाइफाइड से बचाव के उपाय
- दूषित पानी से दूरी बनाएं
- टाइफाइड वैक्सीन लगवाएं
- भोजन में साफ पानी का इस्तेमाल करें
- ज्यादा से ज्यादा गर्म पानी का इस्तेमाल करें
- पर्सनल हाइजीन पर ध्यान दें
यह भी पढ़ें- Poha Benefits : ब्लड शुगर, वजन समेत कैलोरी को कंट्रोल करने के लिए खाएं पोहा, जानिए हेल्थ बेनिफिट्स
Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि southblockdigital.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।