लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर इन दिनों विपक्षी नेता कुछ ज्यादा ही एक्टिव मोड़ में नजर आ रहे हैं। अगले साल होने वाले आम चुनाव में पीएम मोदी को हराने के लिए विपक्षी नेता रणनीति बना रहे हैं और इसके लिए दिग्गज नेताओं के बीच मुलाकातों और बैठकों का सिलसिला जारी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बीते दिन दिल्ली में मुलाकात की थी। नीतीश से मिलने के बाद अब केजरीवाल ने बुधवार को मुंबई में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के अन्य नेता भी मौजूद थे।
“हमारी पार्टी तोड़ने की कोशिश की…”
उद्धव ठाकरे के साथ मुलाकात के दौरान केजरीवाल ने एक बार फिर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश को लेकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि BJP ने हमारी पार्टी को तोड़ने के लिए दिल्ली में दो-तीन बार ‘ऑपरेशन लोटस’ का प्रयास किया। इसमें जब वो सफल नहीं हुए तो वे ये अध्यादेश लेकर आए हैं। इस दौरान केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सेवाओं के नियंत्रण से जुड़े केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी की लड़ाई में उद्धव ठाकरे के समर्थन की है।
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उद्धव ने समर्थन का वादा किया- केजरीवाल
केजरीवाल ने आगे बताया कि उद्धव ठाकरे ने हमसे वादा किया कि वह संसद में हमारा समर्थन करेंगे। अगर यह अध्यादेश संसद में पारित नहीं होता है तो 2024 में मोदी सरकार वापस सत्ता में नहीं आएगी। साथ ही उन्होंने आगे ये भी कहा कि आज CBI और ईडी का इस्तेमाल कर राज्य सरकारों को गिराया जा रहा है। दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण से जुड़ा केंद्र का अध्यादेश इस बात का परिचायक है कि मोदी सरकार सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास नहीं करती।
बताया ये भी जा रहा है कि केजरीवाल अब उद्धव ठाकरे से मिलने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार से भी मिलेंगे और केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ AAP की लड़ाई में उनका साथ देने की मांग करेंगे। बता दें कि इससे पहले केजरीवाल ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से भी मुलाकात की थी।
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