Thursday, November 21, 2024
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किसे करना चाहिए नए संसद भवन का उद्घाटन? ओवैसी ने सुझाया नया नाम, कहा- न तो प्रधानमंत्री और न ही राष्ट्रपति…

देश की राजनीति इस वक्त नए संसद भवन के उद्घाटन के मुद्दे को लेकर गरमाई हुई है। 28 मई रविवार को पीएम मोदी नई संसद भवन का उद्घाटन कर इसे देश को समर्पित करने वाले हैं। हालांकि इसको लेकर विपक्षी पार्टियों का विरोध भी शुरू हो गया। विपक्षी पार्टियों की मांग है कि संसद भवन का उद्घाटन पीएम से न कराकर राष्ट्रपति के हाथों कराया जाना चाहिए। केवल इतना ही नहीं 19 विपक्षी दलों ने इसके उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है। उद्घाटन समारोह में बहिष्कार करने वाली पार्टियों में कांग्रेस, AAP, TMC समेत कई अन्य दल शामिल हैं।

“लोकसभा अध्यक्ष को करना चाहिए उद्घाटन…”

इस बीच अब AIMIM प्रमुख असुदुद्दीन ओवैसी ने संसद भवन के उद्घाटन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने न तो प्रधानमंत्री के द्वारा और न ही राष्ट्रपति के द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन कराने की बात कही। इसके जगह ओवैसी ने उद्घाटन के लिए एक नया नाम सुझाया और वो हैं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का। ओवैसी ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से इसका उद्घाटन करवाना चाहिए। अगर उनसे उद्घाटन नहीं कराया जाएग तो हम (AIMIM) भी समारोह में शामिल नहीं होंगे। ओवैसी के अनुसार प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति कार्यपालिका का हिस्सा हैं, जिस वजह से नए संसद भवन का उद्घाटन स्पीकर को करना चाहिए।

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मैंने नई लोकसभा बनाने का दिया था प्रस्ताव- ओवैसी

ओवैसी ने कहा कि देश को नई संसद की जरूरत है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता। मौजूदा संसद भवन को फायर डिपार्टमेंट का NoC ही नहीं है। इस दौरान उन्होंने बताया कि 2019 लोकसभा चुनाव के बाद पीएम ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, जिसका एजेंडा एक राष्ट्र, एक चुनाव था। लगभग सभी पार्टियां इससे सहमत थीं। हालांकि मैंने और सीताराम येचुरी ने इसका विरोध किया था। मैंने नई लोकसभा बनाने का प्रस्ताव दिया था, तब पीएम मुझे पर बहुत नाराज हुए थे।

ओवैसी ने आगे कहा कि हम केवल इसका विरोध कर रहे हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन क्यों कर रहे हैं? थ्योरी ऑफ सेप्रेशन ऑफ पावर संविधान का हिस्सा है। प्रधानमंत्री अगर उद्घाटन करते हैं, तो ये संविधान का उल्लंघन होगा। प्रधानमंत्री को उद्घाटन नहीं करना चाहिए। प्रधानमंत्री के अलावा राष्ट्रपति को भी इसका उद्घाटन नहीं करना चाहिए। वहीं सेंगोल को लेकर ओवैसी ने कहा कि आप गदा का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि पूरे देश में सिर्फ उनकी पार्टी ही रहे।

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