Friday, November 22, 2024
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Jyeshtha Purnima 2023 : ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन बन रहे हैं 3 योग, जानिए पूजा के शुभ मुहूर्त

Jyeshtha Purnima 2023 : हर वर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत रखा जाता हैं। साथ ही इस दिन भगवान सत्यनारायण, चंद्रमा और माता लक्ष्मी की विधि पूर्वक पूजा-अर्चना की जाती हैं। इसके अलावा इस दिन स्नान-दान का भी विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन उपायों को करने से व्यक्ति के घर-परिवार में सुख, शांति, खुशहाली, समृद्धि और धन-संपत्ति आदि में वृद्धि होती है।

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस बार ज्येष्ठ पूर्णिमा (Jyeshtha Purnima 2023) तिथि का आरंभ 3 जून 2023 को सुबह 11 बजकर 16 मिनट से हो रहा है, जिसका समापन अगले दिन 4 जून 2023 को सुबह 09 बजकर 11 मिनट पर होगा। ऐसे में ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत 3 जून 2023 को रखा जाएगा। इसके अलावा इस दिन (Jyeshtha Purnima 2023) चंद्रमा का उदय शाम 06 बजकर 39 मिनट पर होगा। इसलिए इस समय चंद्रमा की पूजा जरूर करें। साथ ही उन्हें अर्घ्य भी चढ़ाएं।

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3 शुभ योग का बन रहा है संयोग 

आपको बता दें कि, 3 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा (Jyeshtha Purnima 2023) के दिन तीन शुभ योग- रवि योग, शिव योग और सिद्ध योग का संयोग भी बन रहा है। रवि योग इस दिन सुबह 05 बजकर 23 मिनट से लेकर सुबह 06 बजकर 16 मिनट तक रहेगा, जबकि शिव योग प्रात: काल से लेकर दोपहर 02 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। वहीं, शिव योग के बाद सिद्ध योग प्रारंभ होगा।

स्नान-दान का महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत रखने से चंद्र देवता प्रसन्न होते हैं। साथ ही व्यक्ति को चंद्र दोष से छुटकारा मिलता है। इस दिन सत्यनारायण देवता की भी पूजा करनी चाहिए, जिससे घर-परिवार में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होता है। इसके अलावा ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन स्नान और दान करने का भी विशेष महत्व है। माना जाता है कि इससे व्यक्ति को उसके सभी पापों से मुक्ति मिलती है और उसे पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। आपको बता दें कि ज्येष्ठ पूर्णिमा (Jyeshtha Purnima 2023) का स्नान और दान पूर्णिमा की उदयातिथि में करना शुभ होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार 4 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन स्नान-दान अवश्य करें।

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