World youngest serial killer: आपने सीरियल किलर्स के बारे में शायद किताबों में पढ़ा होगा या फिल्मों में देखा होगा। लेकिन आज हम आपको ऐसे ही एक सीरियल किलर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी कहानी आपके रोंगटे खड़े कर देगी। इस सीरियल किलर को दुनिया के सबसे कम उम्र के सीरियल किलर के तौर पर जाना जाता है। दरअसल, इस सीरियल किलर ने पीड़ितों की हत्या उस उम्र में की थी, जब बच्चे खेलते-कूदते है। यह दुनिया के सबसे छोटे सीरियल किलर और बिहार के छोटे सीरियल किलर के नाम से मशहूर है। इस सीरियल की कहानी बिहार के मुसहर गांव से शुरू हुई थी। मुसहर गांव का रहने वाला अमरजीत सदा का जन्म 1998 में हुआ था। अमरजीत काफी छोटी उम्र में ही खूनी बन गया। साल 2006 से 2007 के बीच आठ साल के अमरजीत सदा ने अपनी ही 6 साल की बहन को मौत की नींद सुला दी थी। बताया जा रहा है कि सीरियल किलर अमरजीत ने सबसे पहला कत्ल केवल 7 साल की उम्र में किया था।
8 महिने की बच्ची को भी नहीं छोड़ा
सदा का पारिवारिक इतिहास अज्ञात है। हालांकि, यह माना जाता है कि वह एक गरीब घर में पैदा हुआ था। उसके पिता पहले मजदूरी का काम करते थे। अमरजीत सदा ने कथित तौर पर 2006 में अपने 6 वर्षीय चचेरे भाई, अपने चाचा की बेटी की हत्या कर दी थी। अमरजीत पर अपनी छोटी बहन की हत्या का भी आरोप है, जो उस समय केवल आठ महीने की थी।
जाने कैसे पकड़ा गया दुनिया का सबसे छोटा सीरियल किलर
दुनिया के सबसे कम उम्र के सीरियल किलर अमरजीत ने अपना आखिरी शिकार पड़ोस में रहने वाली एक महिला की छह महीने की नवजात बेटी को बनाया। सदा ने अपराध को उस समय अंजाम दिया जब लड़की घर में अकेली थी। मां घर पहुंची तो बेटी गायब थी। गांव वालों ने बच्ची की तलाश शुरू की। लेकिन कहीं पता नहीं चला। इसके बाद लड़की के गायब होने की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस गांव पहुंची और पूछताछ शुरू की। कुछ घंटों की पूछताछ के बाद पुलिस को अमरजीत पर शक हुआ और उन्होंने उसे गिरफ्तार कर लिया। जांच पड़ताल के बाद अमरजीत सदा ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल करते हुए अपनी करतूत के बारे में बताया। उसने पुलिस को बताया कि वह बच्ची को अकेला पाकर सुनसान जगह ले गया और उसे ईंटों से मारकर फिर गला घोंटकर मौत के मुंह में धकेल दिया। अमरजीत की बात सुनकर पुलिस सकते में आ गई। पुलिस को यकीन दिलाने के लिए अमरजीत उन्हें घटनास्थल पर ले गया। जहां उसने बच्ची की हत्या की थी। हत्या के बाद सदा ने बच्ची के शव को खेत में दफनाने की कोशिश भी की थी।
गिरफ्तार होने के बाद भी हंसता था अमरजीत सदा
सदा के चाचा के अनुसार, उनके परिवार के कुछ सदस्यों को पहली दो हत्याओं के बारे में पता था, लेकिन पारिवारिक समस्या होने के कारण उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया। जब अधिकारियों ने अमरजीत सदा को गिरफ्तार किया तो वह खूब हंसा। अमरजीत सदा को कुछ महीने पहले अपनी बहन और चचेरे भाई की हत्या करने का कोई गम नहीं था। पुलिस हिरासत में अमरजीत अक्सर खुशमिजाज रहता था। जो उसके सीरियल किलर होने की शख्सियत को दर्शाता था।
एक ही तरीके से करता था हत्याएं
मामले की जांच कर रहे जांचकर्ता ने कहा कि सभी हत्याएं एक ही तरीके से की गई थीं। कुछ मनोचिकित्सकों का मानना है कि जब अमरजीत सदा छोटा था, तो उसे दूसरों को नुकसान पहुँचाने और चोट पहुँचाने में खुशी मिलती थी। एक अन्य व्यक्ति ने दावा किया कि सदा को अच्छे और बुरे की कोई अवधारणा नहीं थी क्योंकि वह बहुत छोटा था।
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अब कहा है अमरजीत?
बता दें कि एक बच्चे को भारतीय कानून के तहत जेल या मौत की सजा नहीं दी जा सकती है, इसलिए माना जाता है कि सदा को 18 साल की उम्र तक बिहार के मुंगेर शहर के बाल गृह में रखा गया है। माना जाता है कि अमरजीत को सदा के बाद 2016 में रिहा कर दिया गया था। अमरजीत इन दिनों अपना समय कहां बिताता हैं यह फिलहाल कोई नहीं जानता।