Masik Shivratri 2023 : हर साल प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मास शिवरात्रि का व्रत रखा जाता हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस खास दिन जो भी व्यक्ति भगवान शिव और माता पार्वती की विधि पूर्वक पूजा-अर्चना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं जल्द पूरी होती हैं। साथ ही उसके जीवन में चल रही सभी परेशानियां खत्म हो जाती है। इसके अलावा उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) का प्रारंभ 17 मई 2023 को देर रात 10 बजकर 28 मिनट से हो रहा है, जिसका समापन अगले दिन यानी 18 मई 2023 को रात 9 बजकर 43 मिनट पर होगा। ऐसे में इस बार ये व्रत आज यानी 17 मई 2023 को रखा जाएगा।
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मासिक शिवरात्रि व्रत का महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार, कहा जाता है कि मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2023) का व्रत बहुत ज्यादा शुभ होता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा-अर्चना जरूर करनी चाहिए। साथ ही इस दिन जो भी मनुष्य व्रत रखता है और देवी-देवता की उपासना करता है, उसके सभी दुख, दर्द खत्म हो जाते हैं। साथ ही उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि
- मासिक शिवरात्रि के दिन (Masik Shivratri 2023) प्रात: काल उठने के बाद स्नान आदि से निवृत होकर पीले रंग के पवित्र कपड़े पहने।
- इसके बाद पूजा स्थल को गंगाजल से साफ करें और वहां पर शिव जी, माता पावर्ती, गणेश जी, कार्तिकेय जी सहित नदीं जी की मूर्ती या तस्वीर की स्थापना करें। फिर सभी को पंचामृत से स्नान कराएं।
- देवी-देवता को फल, फूल, बेलपत्र, धूप, दीप, नैवेद्व और इत्र अर्पित करें। इस दौरान शिव मंत्र ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करें। माना जाता है कि इस मंत्र का सच्चे दिल से उच्चारण करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं जल्द पूरी होती हैं।
- इसके बाद शिव चालीसा, शिव पुराण, शिव मंत्र और शिवाष्टक का पाठ करें।
- अंत में सभी देवी-देवता की विधि पूर्वक आरती करें।
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